भारतीय जनता पार्टी ने सपा संरक्षक के बयान को रेखांकित करते हुए अखिलेश की गुजरात पयर्टन यात्रा को बेमतलब की मशक्त करार दिया. भाजपा प्रदेश प्रवक्ता डाॅ0 मनोज मिश्र ने कहा कि अब जबकि सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने खुद ही स्वीकार कर लिया है कि सपा गुजरात में पांचों सीटें हारेगी अब ऐसे में सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव की गुजरात कवायद पर चुनाव नतीजे से पहले ही परिणाम घोषित हो गया है. उत्तर प्रदेश में दो युवराज दोस्ती के तराने लेकर सड़कों पर निकले थे, गुजरात में तीन निकले है.
प्रदेश प्रवक्ता डाॅ0 मनोज मिश्र ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि अखिलेश यादव और राहुल गांधी की दोस्ती के तराने उत्तर प्रदेश की फिजा में खूब गूंजे थे. चुनाव परिणाम घोषित होते ही दोनों युवराजों की दोस्ती को ऐसा पलीता लगा कि गुजरात में गए अखिलेश को राहुल गांधी ने प्रचार में साथ रखने के काबिल भी नहीं समझा. राहुल को गुजरात में नए यार क्या मिले कि पुरानी यारी ही भूल गए. आनन-फानन में पांच प्रत्याशी घोषित करके गुजरात पर्यटन का आनन्द उठाकर अखिलेश यादव घर लौट आए है.

सपा की फसल बंजर कर गुजरात में पौधे लगाने के लिए जाना निरा मूढता:

  • डाॅ मिश्र ने कहा कि अखिलेश यादव ने गुजरात में पांच प्रत्याशी घोषित करते हुए कहा कि वह गुजरात में सपा को छोटे पौधे के रूप में रोपित करके जा रहे है जो आगे बडा वृक्ष बनेगा.
  • उनके पिता जी ने चुनावी नतीजे आने से पहले ही अखिलेश जी के रोपित पौधे को सूखा और निर्जीव बता कर उखाड़ दिया.
  • एक पिता ने अपने नाकाबिल पुत्र को यह समझा दिया कि उत्तर प्रदेश में सपा की फसल बंजर कर गुजरात में पौधे लगाने के लिए जाना निरा मूढता है.
  • गुजरात में पांच प्रत्याशी उतारने में इतने मशगूल न हो कि उत्तर प्रदेश में बचे 5 सांसद भी 2019 में साफ हो जाए और पौधा तथा पेड़ समूल उखड़ जाए. 
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