2019 के लोकसभा चुनावों के पहले सभी राजनैतिक पार्टियों की परीक्षा कैराना लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में होने वाली है। इस सीट के लिए अभी तक किसी पार्टी ने अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। भाजपा पर फूलपुर और गोरखपुर लोकसभा सीट गंवाने के बाद इस सीट को जीतने का भारी दबाव है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी के कई बड़े नेताओं ने पार्टी छोड़ कर सपा ज्वाइन कर ली है। ये खबर सामने आते ही नयी चर्चाएँ शुरू हो गई है।

 2 परिवारों के बीच है जंग :

कैराना लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में सपा और भाजपा नहीं बल्कि 2 सियासी परिवारों के बीच जंग देखने को मिलेगी। भाजपा से जहाँ दिवंगत सांसद हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह का नाम लगभग तय है तो वहीँ समाजवादी पार्टी से पूर्व सांसद तबस्सुम हसन का नाम दौड़ में सबसे आगे बताया जा रहा है। सपा की ओर से तबस्सुम बेगम के नाम की घोषणा हो सकती है। तबस्सुम बेगम का बेटा नाहिद हसन पिछले 2 बार से कैराना लोकसभा सीट से विधायक है तो वहीँ तबस्सुम बेगम और उनके पति भी इस सीट से सासंद रह चुके हैं। ऐसे में यहाँ पर उपचुनाव में दिलचस्प सियासी जंग देखने को मिलेगी। भाजपा की तरफ से तो मृगांका सिंह ने लोकसभा क्षेत्र में जनसंपर्क भी शुरू कर दिया है।

कई नेताओं ने ज्वाइन की सपा :

फैजाबाद में भाजपा समेत विभिन्न दलों के नौजवानों ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है। समाजवादी पार्टी कार्यालय पर लाल टोपी व हाथों में झंडा थमाकर उन्हें शामिल किया गया। इस मौके पर पूर्व राज्यमंत्री तेजनारायण पांडेय पवन ने कहा कि समाजवादी पार्टी की नीतियों व सिद्धांतों से प्रेरित होकर नौजवानों ने पार्टी का झंडा थामा है। इससे सपा मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव हमेशा नौजवानों की बात करते हैं। कार्यक्रम में पूर्व राज्यमंत्री तेजनारायण पांडेय के अलावा जिलाध्यक्ष गंगा सिंह यादव, जिला उपाध्यक्ष बाबूराम गौड़, प्रवक्ता ओम प्रकाश ओमी, सपा महानगर अध्यक्ष मोहम्मद कमर राईन आदि शामिल रहे थे।

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