4 जून 2015 को मणिपुर में उग्रवादियों के हमले में जवान राम प्रसाद यादव शहीद हुए थे. उनकी शहादत के बाद तत्कालीन प्रदेश सरकार ने 20 लाख रु की आर्थिक मदद दी थी. इसके साथ ही यह एलान किया था कि शहीद राम प्रसाद यादव के नाम पर सहादतगंज बाईपास के बगल में एक पार्क व उनकी एक प्रतिमा लगाई जाएगी. 3 साल गुजर गए हैं लेकिन अभी भी कोई प्रतिमा वहां पर नहीं है. इसके पीछे कारण यह है कि हमारे देश में हर चीज में राजनीति होती है और शहीद की शहादत के बाद प्रतिमा का अनावरण करने को लेकर भी कहीं ना कहीं राजनीति दिखाई दे रही है. इसी का नतीजा यह है कि शहीद का परिवार आज भी इस समस्या से जूझ रहा है.

सीएम और पीएम को पत्नी लिख चुकी हैं पत्र:

  • शहीद की पत्नी जानकी देवी CM और PM तक को पत्र लिख चुकी हैं.
  • पत्र के जरिए यह बता चुकी हैं की प्रतिमा का अनावरण नहीं हुआ.
  • लेकिन फिर भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
  • 4 अगस्त 2016 को राजस्व निरीक्षक फैजाबाद द्वारा स्मारक निर्माण का कार्य रोक दिया गया.
  • इसको लेकर स्थानीय लोगों में काफी गुस्सा भी देखने को मिला.
  • वहां केवल एक खाका बना हुआ है लेकिन प्रतिमा नहीं है.
  • शहीद की पत्नी बताती हैं कि उन लोगों ने अपने पैसे से प्रतिमा बनवाने का काम भी किया.
  • लेकिन राजस्व निरीक्षक के रोक लगाए जाने के बाद यह काम अभी तक अधूरा है .
  • वह बार-बार सरकार से अपील करती रही लेकिन पिछली सरकार में इसकी कोई सुनवाई नहीं है.
  • उन्होंने योगी सरकार से अपील की और यह कहा कि देश के शहीद का सम्मान हर हाल में होना चाहिए.
  • सरकार इसको संज्ञान में लेते हुए प्रतिमा का अनावरण और प्रतिमा का अनावरण कराए.
  • साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जो पिछली सरकार में वादा किया गया था कि उनके परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी और जमीन दी जाएगी यह वादा भी पिछली सरकार में पूरा नहीं हुआ.
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