मथुरा: पत्रकार जय शंकर सारस्वत के खेत में ग्राम प्रधान शोभाराम द्वारा दबंगई से मनरेगा योजना के अन्तर्गत चकरोड डलवा दिया गया लेकिन शिकायत के बाद भी तहसील प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। वही पत्रकार मामले को लेकर कई दफा जिम्मेदारों से मदद की गुहार लगा रहे।

पत्रकार जय शंकर सारस्वत बताते है कि ग्राम पंचायत चौहरी के ग्राम प्रधान शोभाराम उर्फ गुड्डू ने पुरानी रंजिश के चलते ग्राम बील इनके खेत में दबंगई से मनरेगा योजना के अंतर्गत अतिक्रमण कर चकरोड़ डलवा दिया। जिसकी शिकायत पत्रकार के परिजनों ने एसडीएम मांट से की जिस पर एसडीएम ने क्षेत्रीय लेखपाल को चकरोड़ की पैमाईश और जांच करने के लिए मौके पर भेजा। पैमाईश में क्षेत्रीय लेखपाल ने लगभग 8 कड़ी चकरोड़ पत्रकार के खेत में डला हुआ बताया।

लेखपाल ने चकरोड पर चिन्हीकरण भी किया लेकिन दबंग ग्राम प्रधान ने अपने परिजनों व साथियों के साथ मिलकर चिन्हीकरण को मिटा दिया और गलत ड़ले चकरोड़ को नहीं काटने दिया। इसके बाद पत्रकार जय शंकर सारस्वत के परिजनों ने एसडीएम मांट और उच्च अधिकारियों को कई बार प्रार्थना पत्र दिया।

लेकिन उच्च अधिकारियों के आदेश के बाद भी तहसीलदार मांट राकेश सौनी ने राजस्व निरीक्षक और लेखपाल को मौके पर नहीं भेजा। जय शंकर सारस्वत द्वारा सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायत दर्ज कराई जिसमें तहसील से पत्रकार के पक्ष में कई बार आख्या तो लगा दी गई लेकिन मौके पर आकर कोई कार्रवाई नहीं की।

पत्रकार द्वारा जिलाधिकारी मथुरा को भी गलत डले चकरोड को हटाते समय सुरक्षा के लिए पुलिस भेजने का प्रार्थना पत्र दिया गया। लेकिन पुलिस बिना राजस्व टीम के चकरोड को हटवाने के लिए तैयार नहीं है। लेकिन बार बार प्रार्थना पत्र देने के बाद भी तहसील प्रशासन गलत डलवाए गये चकरोड को हटवाने के लिए राजस्व निरीक्षक और क्षेत्रीय लेखपाल को भेजने के लिए तैयार नहीं है।

तहसील प्रशासन चकरोड मनरेगा योजना से डला हुआ कह कर पल्ला झाड़ लेता है और बीड़ीओ राया के पास भेज देता है। इसी तरह लगभग पांच माह से पत्रकार तहसील और ब्लॉक के चक्कर काट रहा है। लेकिन आज तक प्रधान द्वारा गलत डलवाए गये चकरोड को नहीं हटवाया गया है।

By- jay saraswat

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