देशभर में डॉक्टर इन दिनों जमकर बवाल और विरोध प्रदर्शन कर रहे है. उनके विरोध और नाराज़गी की वजह है NMC यानि नेशनल मेडिकल कमीशन बिल. इंडियन मेडिकल असोशिएशन के बैनर देश के तमाम डॉक्टर इस बिल का विरोध कर रहे है.

क्या है NMC और क्यों है विरोध ?

देश में अबतक मेडिकल शिक्षा और मेडिकल संस्थानों के रजिस्ट्रेशन का जिम्मा मेडिकल काउंसिल ऑफ़ इंडिया के पास है अब इसे समाप्त करके नेशनल मेडिकल काउंसिल बनाने की तैयारी है. इस बिल के पास होने के बाद 6 महीने का कोर्स किये आयुर्वेद और यूनानी डॉक्टरों को भी एलोपैथी दावा लिखने का अधिकार हो जाएगा. देश के तमाम मेडिकल कॉलेजों की 40 फ़ीसदी सीटों पर NMC का नियंत्रण होगा और देश में केवल नेशनल एलिजिबिलिटी कम इंट्रेंस टेस्ट यानि  NEET की परीक्षा पास करके ही डॉक्टर बना जा सकेगा.

जमकर हो रहा विरोध:

N M C के विरोध में आज की गई देश भर के डॉक्टर द्वारा I M A के बैनर तले काम बंद हड़ताल से जहां प्राइवेट डॉक्टर ने अपना अपना ओपीडी कार्य बंद रखा वहीं मथुरा में भी IMA द्वारा रखी गई हड़ताल में मथुरा के प्राइवेट डॉक्टर ने भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया. डॉक्टरों ने अपनी अपनी ओपीडी पर ताले लगाये रखे जिसके बाद सभी डॉक्टर ने जहां एक जुलूश निकाला और NMC का विरोध किया. अपनी मांगों को सरकार तक पहुंचाने के लिये डॉक्टरों ने जमकर नारेबाजी की और सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा .

मरीजों को हो रही परेशानी:

वहीं दूसरी तरफ शहर भर के डॉक्टर की हड़ताल के कारण अपना अपना इलाज कराने आये मरीजों को भारी परेशानी का भी सामना करना पड़ा और उन्होंने कहा कि हम यहां अस्पताल में अपने रिश्तेदारों का इलाज कराने आये थे लेकिन यहां हड़ताल की वजह से कोई डॉक्टर नहीं है वहीं एक महिला ने बताया की हमारी डिलीवरी होनी है और काफी प्रसव पीड़ा हो रही लेकिन डॉक्टर की हड़ताल के कारण अब डिलीवरी कैसे हो. वहीं डॉक्टर का कहन है की ये NMC गरीबों के लिये अभिशाप साबित होगा और इलाज काफी महंगा हो जायेगा इसलिए हम इस NMC जैसे  काले कानून का पुरजोर विरोध कर रहे है.

वाराणसी फ्लाईओवर गिरने का मामला: शुरू हुई कार्रवाई, अब तक 8 हिरासत में

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें