बिजली विभाग के एमडी ने राज्य विद्युत नियामक आयोग के सदस्य चयन प्रक्रिया पर आपत्ति दर्ज कराई है। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी एपी सिंह ने उर्जा विभाग के प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर इस चयन प्रक्रिया में कौशल किशोर शर्मा के चयन किए जाने पर गहरी आपत्ति दर्ज कराई है। आरोप है कि मेरिट को दरकिनार कर विद्युत नियामक बोर्ड का सदस्य कौशल किशोर को बना दिया गया है।

इस्तीफा देने को कहा

विद्युत विभाग के एमडी एपी सिंह ने अपने पद से इस्तीफा देने को कहा है। बता दें कि सिंह का रिटायरमेंट जून महीने में होना है। इस बावत जब एमडी एपी सिंह से बात की गई तो उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने पत्र के माध्यम से उर्जा विभाग के प्रमुख सचिव को इस चयन प्रक्रिया पर आपत्ति दर्ज कराई थी, लेकिन इस्तीफा देने की बात से इंकार किया है।

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70 अभ्यर्थियों ने किया था अप्लाई

इस चयन प्रक्रिया के दौरान कुल 70 अभ्यर्थियों ने अप्लाई किया था, जिसमें से एक नाम एमडी एपी सिंह का भी था, लेकिन उनका चयन नहीं हो पाया था। एपी सिंह ने तर्क दिया है कि अनुभवी अधिकारियों को नजरअंदाज करके कौशल शर्मा को वरीयता दी गई है। मामले में आयोग के सदस्य के लिए निर्धारित योग्यता को भी दरकिनार किया गया है। बता दें कि एनटीपी के निदेशक आॅपरेशन पद से ​रिटायर होने के बाद पिछले दिनों कौशल शर्मा को आयोग का सदस्य बनाया गया।

स्क्रीनिंग कमेटी में थे तीन सदस्य

बता दें कि विद्युत नियामक आयोग के चेयरमैन और सदस्य पद के लिए अभ्यर्थियों का चयन सोमवार को हुआ। जिसमें 70 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। इस चयन प्रक्रिया में सीईआरसी के चेयरमैन, मुख्य सचिव और एक पूर्व जज को लेकर एक स्क्रीनिंग कमेटी बनाई गई थी। जिसके लिए एमडी एपी सिंह ने भी अप्लाई किया था, लेकिन सदस्य के रूप में उनका चयन ना होके कौशल किशोर शर्मा का चयन हुआ था।

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बीजेपी सांसद ने लगाए थे एमडी पर आरोप

बता दें कि मोहनलालगंज बीजेपी सांसद कौशल किशोर ने पिछले दिनों एमडी एपी सिंह पर गंभीर आरोप लगाए थे। कौशल किशोर ने कहा था कि बिजली चोरी के नाम पर एमडी फर्जी मुकदमे दर्ज करवा रहे हैं।

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