हरी-भरी गेंहू की फसल पर जेसीबी चलवा लोगों को अनाज की जगह मिट्टी फंकवाने की तैयारी में खनन माफिया जुटे हुए हैं। वहीं एक ओर सरकारें अनाज की पैदावारी बढ़ाने के लिए किसानों की मदद कर रही है। तो दूसरी तरफ खनन माफिया पैसा कमाने के चक्कर में उस अनाज की पैदावारी को जेसीबी से खुलेआम रौंद रहें हैं।

आज देश में जहां एक ओर अनाज की कम पैदावारी से त्रस्त किसान भुखमरी की कगार पर पहुंच रहा है और जिसकी वजह से अनेकों किसान आत्महत्या तक कर चुके हैं। जिसको देख केन्द्र व राज्य सरकारें अनाज की पैदावारी बढ़वाने के लिए किसानों की मदद कर रहीं है तथा अनाज की पैदावारी बढ़वाने के लिए अनेकों प्रकार के प्रयत्न कर रहीं हैं ताकि देश में अनाज की कमी न होने पाए।

अधिक मुनाफे के लिए चलवा दी जेसीबी

उन्नाव जिले के गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत हैवतपुर गांव में खनन माफिया किसानों पर दबाव बना रहे हैं। उनके खेतों में खड़ी हरी-भरी गेंहूं की फसल को अपने मुनाफे के लिए जेसीबी से रौंदवा दिया। वहीं मिट्टी से भरे ट्रैक्टर निकलवाने के लिए रास्ता बनाकर किसानों व लोगों को अनाज की जगह मिट्टी फंकवाने में जुटे हुए हैं। किसी भी हरे पेड़ व खेतों में खड़ी हरी-भरी फसल को काटना व नष्ट करना एक बड़ा अपराध है। जिसके लिए कानूनी रूप से कड़ी सजा का भी प्रावधान है। लेकिन योगी के राज में बीजेपी नेताओं की सरपरस्ती में इनके लिए सब जायज है। पैसों के आगे चाहे अधिकारी हो या पुलिस सब अपना-अपना मुंह बंद किए सिर्फ खनन माफियाओं की जेबें भरवाने में मस्त हैं।

मिट्टी फांकने को मजबूर किसान

अब सोंचने वाली बात है कि जो सरकार किसानों के हितों के लिए अपने राग अलाप रही है, उसको हैवतपुर में उन्हीं किसानों की हरी-भरी फसल को रौंद दिया जा रहा है। उन्हीं की पार्टी के नेताओं की सरपरस्ती के चलते सरकार की इस झूठी बातों को साबित कर किसानों के साथ साथ फसल की पैदावारी को नष्ट कर झूंठी सरकार के जनप्रतिनिधि व छुटभैये नेता अनाज की जगह मिट्टी फांकवाने में जुटे हैं। जिसको देखने वाला उन्नाव जिले में कोई भी अधिकारी नहीं है, सब हरे-हरे नोटों के आगे अपना मुंह बन्द किए बैठे है और किसान अपनी खून पसीनें से सींची फसल के बर्बाद होने पर बैठा आंसू बहा रहा हैं।

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