उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले में इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला प्रकाश में आया है। यहां रहने वाली एक नाबालिग लड़की के साथ 5 युवकों ने अगवा कर उसके साथ बारी-बारी से सामूहिक दुष्कर्म किया।

  • जब पीड़िता ने यह बात अपने परिवार वालों को बताई तो उनके होश उड़ गए।
  • परिवार वाले जब दबगों के घर शिकायत लेकर पहुंचे तो दबंग उन्हें धमकाने लगे।
  • इसके बाद गांव में पंचायत हुई तो पंचो ने पुलिस से शिकायत ना करने की बात कही।
  • पीड़ित परिवार ने जब पुलिस से शिकायत कर दी तो पंचायत ने तुगलकी फरमान सुनाते हुए पीड़िता के भाई को 18 हजार रुपये अर्थदंड देने का ऐलान किया।
  • आरोप है कि जब किशोरी गर्भवती हो गई तो उसका जबरन गर्भपात करा दिया गया।
  • अब पंचायत ने पीड़ित परिवार का घर से निकलना, पानी तक बंद कर दिया है।
  • पीड़ित परिवार करीब 15 दिन से न्याय के लिए भटक रहा है लेकिन स्थानीय पुलिस पीड़ित परिवार को इधर-उधर घुमा रही है।
  • पीड़ित परिवार अब न्याय के लिए दर-दर भटक रहा है लेकिन कोई सुनने वाला नहीं।

खेत से अगवा कर किया सामूहिक बलात्कार

  • जानकारी के मुताबिक, सदर कोतवाली क्षेत्र के गंगासागर गांव में रहने वाले एक परिवार की 14 वर्षीय मीना (नाम काल्पनिक) पिछली 28 अप्रैल को दोपहर तीन बजे 14 खेत पर अकेली सब्जी की रखवाली कर रही थी।
  • पीड़िता के अनुसार तभी उसी गांव के रहने वाले दो बाइक सवार चार आरोपी उसके खेत पर जा पहुंचे।
  • आरोप है दबंगों ने जबरन किशोरी को बाइक पर बिठा लिया और लेकर चल दिए।
  • किशोरी ने शोर मचाया तो आरोपियों ने उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया।
  • किशोरी की नानी ने उसके घरवालों को सूचना देकर अपहरण की सूचना कोतवाली में दी।
  • लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, इसके बाद 30 अप्रैल को किशोरी किसी तरह आरोपियों के चंगुल से छूटकर घर वापस आ गई।
  • उसने आपबीती अपने घरवालों को बताई को उनके होश उड़ गए।
  • इस घटना की खबर गांव वालों को हुई तो पंचायत बुलाई गई।
  • इसमें पीड़िता की आवाज दबाने के लिए पंचायत ने मुंह ना खोलने और पुलिस से शिकायत ना करने का फरमान सुनाया।
  • लेकिन कोई कार्रवाई ना होते देख पीड़ित परिवार किशोरी को लेकर पुलिस के पास पहुंचा।
  • यह बात जब पंचो को पता चली तो पंचायत ने पीड़िता के भाई पर तुगलकी फरमान सुनाते हुए 18 हजार रुपये का अर्थदंड लगा दिया।

पुलिस पर लापरवाही का आरोप

  • पीड़ित परिवार ने ललितपुर पुलिस अधीक्षक डी प्रदीप कुमार पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
  • पीड़ितों का कहना है कि एसपी मनमानी कर रहे हैं किसी की सुनवाई नहीं करते।
  • पीड़ितों का आरोप है कि पुलिस दबंगों से मिली हुई है इसी के चलते कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
  • इस संबंध में क्षेत्राधिकारी सदर हिमांशु गौरव ने बताया कि पीड़ित परिवार की तहरीर के आधार पर विजय सिंह, जयहिंद, पुष्पेन्द्र, सुम्मेर सिंह, गोविन्द सिंह के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
  • लेकिन पीड़ितों का आरोप है कि पुलिस दबंगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें