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पुलिस और एलडीए के संरक्षण में चल रहा हुक्का बार, नशे का शिकार हो रहे नाबालिग छात्र

भले ही पुलिस वीक 2018 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आईपीएस अधिकारियों को बेहतर पुलिसिंग करने का पाठ पढ़ाया हो लेकिन लखनऊ की गोमतीनगर पुलिस सीएम के निर्देशों को ठेंगा दिखा रही है। ताजा मामला गोमतीनगर इलाके का है। यहां स्थानीय पुलिस और लखनऊ विकास प्राधिकरण के भ्रष्ट अधिकारियों की मिलीभगत से इलाके में आधा दर्जन से अधिक हुक्काबार अवैध तरीके से संचालित किये जा रहे हैं। मोटी कमाई के चलते पुलिस इन पर कार्रवाई करने से बच रही है। क्षेत्र में पुलिस की लापरवाही का शिकार नाबालिग स्कूली छात्र हो रहे हैं। हुक्काबारों में तेज आवाज में डीजे बजता है इससे स्थानीय लोगों को भी काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि इसकी कई बार शिकायत पुलिस से की गई लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]स्कूल व कॉलेज के नाबालिग छात्र सॉफ्ट टारगेट [/penci_blockquote]
जानकारी के अनुसार, लखनऊ विकास प्राधिकरण और गोमतीनगर पुलिस के संरक्षण में B4/186 विशाल खंड, गोमती नगर में ‘अलादीन कैफे एंड लाउन्ज’ नाम से अवैध हुक्का बार का संचालन किया जा रहा है। यहां आये दिन तेज़ आवाज़ में म्यूजिक के साथ यहाँ तरह तरह के फ्लेवर के हुक्के परोसे जाते हैं, जिसके चलते इस पॉश कॉलोनी में रहने वाले स्तानीय नागरिकों को बारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस हुक्का बार में स्कूल व कॉलेज आने-जाने वाले स्टूडेंट्स, नाबालिग बच्चों को टारगेट किया जा रहा है। एक बार हुक्के की लत लगने पर ये स्टूडेंट्स यहाँ बार-बार यहां आते हैं। इस तरह हुक्का बार संचालक अपनी कमाई बढ़ा रहा है, सूत्रों की मानें तो इस कमाई का एक मोटा हिस्सा स्थानीय पुलिस और विकास प्राधिकरण के अभियंताओं को भी जाता है जिसके चलते कई बार शिकायत करने पर भी कोई कार्यवाही नहीं की जाती है।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]सिटी मांटेसरी स्कूल के नाबालिग छात्र लगा रहे हुक्के का कश[/penci_blockquote]
स्थानीय नागरिकों का ये भी आरोप है कि इस हुक्का बार में सिटी मोंटेसरी स्कूल गोमती नगर ब्रांच के बच्चे ज़्यादा आते हैं। जब से ये हुक्का बार खुला है तब से इस स्कूल के बच्चों को भी हुक्का पीने की लत लग गई है। अधिकतर बच्चे स्कूल से ‘बंक’ मारकर यहाँ धुएं के छल्ले बनाने आते हैं। छोटे छोटे बच्चे और बच्चियां यहाँ हुक्के के काश लगते आपको किसी भी समय मिल जायेंगे। लेकिन स्थानीय पुलिस की नज़र इस ओर कभी नहीं जाती है।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]छात्रों से हुक्का बार में आधे दाम, फ्लेवर के लिए मिला देते हैं गांजा-चरस[/penci_blockquote]
स्थानीय लोगों के अनुसार, 500 से 800 रुपये तक कीमत का एक हुक्का, हुक्का बार में स्टूडेंट और नाबालिग बच्चों से 200 से 800 रुपए तक लिए जाते हैं। हुक्के में फ्लेवर लाने के लिए उसमें एक खास तरह का सिरप मिलाया जाता है। फ्लेवर्ड हुक्के में मिंट, सुपारी, मघई पान, एप्पल, स्ट्राबेरी, कॉफी, कोला, फ्लेवर्स सबसे अधिक बिकता है। हुक्का पीने वालों का यहाँ तक कहना है कि कुछ फ्लेवर्स के साथ बार संचालक उसमें चरस, गांजा जैसा नशा भी मिला देते हैं, जिसके चलते नाबालिगों में नशे की लत लग रही है और वो हुक्का पीने के आदी हो रहे हैं।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]सिगरेट, गांजा और चरस से ज्यादा हानिकारक है हुक्का- डॉक्टर्स[/penci_blockquote]
डॉक्टरों के मुताबिक, हुक्का बाजार में बिकने वाले सिगरेट, गुटखा, पान -बीड़ी, गांजा, से भी कई ज्यादा खतरनाक होता है। इससे निकलने वाले धुंए में सबसे ज्यादा हानिकारक निकोटिन पाई जाती है। हुक्का के कश को खिंचने वाला पाइप कार्बन मोनोओक्साइड, टार, हेवी मेटल और केमिकल जेनरेट करता है जो कैंसर का मुख्य कारण है। हुक्का पीने से सांस फूलने, दमा, खांसी, टीबी, चेस्ट टाइटनेश आदि की शिकायत भी आती है। हुक्का पीने वालों को सबसे ज्यादा लंग कैंसर होने का खतरा रहता है।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]स्कूल से ‘बंक’ मारकर धुएं के छल्ले बनाने की छात्रों को लग गई लत[/penci_blockquote]
स्तानीय नागरिकों का ये भी आरोप है कि इस हुक्का बार में सिटी मोंटेसरी स्कूल गोमती नगर ब्रांच के बच्चे ज़्यादा आते हैं। जब से ये हुक्का बार खुला है तब से इस स्कूल के बच्चों को भी हुक्का पीने की लत लग गई है, अधिकतर बच्चे स्कूल से ‘बंक’ मारकर यहाँ धुएं के छल्ले बनाने आते हैं। छोटे छोटे बच्चे और बच्चियां यहाँ हुक्के के काश लगते आपको किसी भी समय मिल जायेंगे, लेकिन स्थानीय पुलिस की नज़र इस ओर कभी नहीं जाती है। शहर के यंगस्टर (नाबालिगों) को हुक्का के धुएं से होने वाले नुकसान की जानकारी नहीं है। हुक्का बार में युवाओं ने बातचीत के दौरान बताया कि हुक्का से किसी प्रकार का नशा नहीं होता है।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]शहर में कई इलाकों में संचालित हो रहे हुक्का बार[/penci_blockquote]
शहर के कई सारे रेस्टोरेंट, कॉफी हाउस, स्पो‌र्ट्स पार्लर की आड़ में अवैध हुक्का बार चलाए जा रहे है। जिसमे दो दर्जन अवैध हुक्का बार का संचालन गोमती नगर इलाके में किया जा रहा है। इतना ही नहीं यूथ के बर्थडे पार्टी में भी हुक्के गुड़गुड़ए जा रहे हैं, आपको बता दें कि हुक्का, सिगरेट, गुटखा या फिर शराब से 100 गुणा ज्यादा हानिकारक है। युवा पीढ़ी पर हुक्का का असर शहर में ज्यादा दिख रहा है लेकिन पुलिस मोटी कमाई के चक्कर में अंजान बनी हुई है।

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