उत्तर प्रदेश आगामी 2019 लोकसभा चुनाव के लिए काफी अहम है. यही वजह है कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व यूपी में वरिष्ठ नेताओं के लगातार दौरें तय करने में लगा है. इन्हीं के बीच कल भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह यूपी आने वाले हैं. वहीँ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी भी कल ही यूपी के दौरे पर होंगे. दोनों राष्ट्रीय पार्टियों के बड़े नेता का एक ही दिन यूपी आना लोकसभा चुनाव प्रचार का आगाज है.  
भाजपा और कांग्रेस मिशन 2019 की तैयारियों में लग गये हैं. इसी की शुरुआत यूपी से हो गयी हैं जहाँ लोकसभा चुनाव में जीत की राह तलाशने के लिए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 4 जुलाई से होंगे. दोनों नेता दो दिवसीय प्रदेश दौरे पर होंगे.

अमित शाह का दौरा:

राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह यूपी में हुए हाल के चुनावों में मिली हार के बाद पहली बार प्रदेश के दौरे पर आ रहे हैं. 4 जुलाई को अमित शाह मिर्जापुर पहुंचेंगे. जहाँ वे भाजपा के काशी, गोरखपुर और अवध क्षेत्र के लोकसभा क्षेत्र प्रभारियों व अन्य नेताओं से मुलाकात कर करेंगे और इन क्षेत्रों में भाजपा की स्थिति का आंकलन करेंगे.

उनके साथ मुख्यमंत्री योगी भी इस दौरे पर शामिल होंगे. अपने यूपी दौरे के दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष सपा और बसपा गठबंधन से निपटने की भी योजना बनायेंगे. इसके अलावा शाह पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भाजपा आईटी सेल के सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।

5 जुलाई का दौरा:

अमित शाह अपने दो दिवसीय दौरे में दूसरे दिन यानी 5 जुलाई को आगरा में बृज व कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र की बैठक में शामिल होंगे। एक तरह से वह पश्चिम और पूर्वांचल दोनों ही क्षेत्रों में भाजपा के हालात की प्रतिपुष्टि लेंगे.

गौरतलब हैं कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मगहर (संत कबीरनगर) से संत कबीर के बहाने यूपी से चुनाव अभियान की शुरुआत की थी.

राहुल गाँधी का दौरा:

वहीं राहुल गांधी भी कल अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी के दौरे पर होंगे. राहुल गाँधी भी यहाँ से 2019 चुनावों की रूपरेखा तैयार करेंगे. कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष अमेठी में कार्यकर्ताओं से मिलेंगे और साथ ही कई कार्यक्रमों में शामिल होंगे.

राहुल अपने इस दौरे में किसानों के करिय भाजपा को कमजोर करने की कोशिश में रहेंगे. जिसके लिए वे उस मुस्लिम किसान के घर भी जाएंगे जिसकी गेहूं खरीद केंद्र के बाहर मौत हो गई थी।

बता दें कि अब तक जिस किसान की मौत गेंहू खरीद केंद्र पर हुई थी, उसके घर बड़ा भाजपा नेता नहीं पहुंचा हैं.

यूपी महत्वपूर्ण:

बता दें कि यूपी में लोकसभा की 80 सीटें हैं। इसलिए भाजपा व कांग्रेस दोनों के लिए यूपी अहम है। भाजपा व उसके सहयोगी अपना दल को 2014 के लोकसभा चुनाव में 73 सीट मिली थी।

कांग्रेस केवल अमेठी व रायबरेली में ही जीत पाई थी। 2019 में दिल्ली पर राज करने के लिए यूपी को साधना जरूरी है.

बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मिर्ज़ापुर दौरा कल

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