उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जब सूबे की कमान सौंपी गयी थी, तब योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से लगातार 5 बार सांसद चुने जाने का कीर्तिमान अपने नाम कर चुके थे, लेकिन मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद संविधान के नियमों के तहत योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बने रहने के लिए MLA या MLC होना आवश्यक था, जिसके तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सांसद पद से इस्तीफ़ा देने के बाद विधान परिषद की सदस्यता के लिए नामांकन किया था।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ निर्विरोध रूप से MLC के लिए चुने गए थे, इसी क्रम में सोमवार 18 सितम्बर को विधान परिषद के सदस्य पद के शपथ ग्रहण समारोह(MLC oath ceremony) का आयोजन किया गया था।

भाजपा के 5 MLC का शपथ ग्रहण कार्यक्रम(MLC oath ceremony):

  • सोमवार को यूपी विधानसभा में MLC का शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
  • यह कार्यक्रम विधानसभा के तिलक हॉल में आयोजित किया गया था।
  • जहाँ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधान परिषद के सदस्य पद की शपथ ग्रहण की।
  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत 5 भाजपा नेताओं ने MLC पद की शपथ ली।
  • दोनों उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डॉ० दिनेश शर्मा,
  • परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और अल्पसंख्यक मंत्री मोहसिन रजा ने भी MLC पद की शपथ ली।
  • विधान परिषद सभापति रामनरेश यादव ने CM समेत 5 लोगों को MLC पद की शपथ दिलाई।

निर्विरोध चुने गए हैं सभी भाजपा MLC(MLC oath ceremony):

  • सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत 5 लोगों ने MLC पद की शपथ ली।
  • गौरतलब है कि, भाजपा ने 5 नेताओं को MLC का नामांकन भरवाया था।
  • नामांकन के बाद सभी 5 भाजपा नेताओं को निर्विरोध चुने गए हैं।

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