यूपी सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल स्वास्थ्य सुविधाओं का हाल सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। लाख प्रयासों के बाद भी मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। इसके लिए जिम्मेदार चाहे जो भी हो लेकिन, अंतत मरीजों को ही इन बेहाल चिकित्सकीय सुविधाओं का दंश झेलना पड़ रहा है। इसका एक उदाहरण मोहनलालगंज स्वास्थ्य केंद्र में भी देखने को मिला जहां बीते पांच दिनों से अल्ट्रासाउंड मशीन बंद पड़ी है।

ये भी पढ़ें :सीएमओ के निरीक्षण में गायब मिले 25 कर्मचारी

अब तक लौट चुके हैं 70 मरीज

  • स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के तमाम दावे उस वक्त हवा हो जाते हैं जब किसी मरीज को इलाज नहीं मिल पाता है।
  • सरकारी अस्पताल में निशुल्क इलाज की आस में सैकड़ों मरीज रोजाना आते हैं।
  • लेकिन उनकी उम्मीद उस वक्त टूट जाती है जब उन्हें दूसरे अस्पताल का रास्ता दिखा दिया जाता है।
  • ताजा मामला मोहनलाल गंज स्वास्थ्य केंद्र का है जहां पर बीते पांच दिनों से अल्ट्रासाउंड मशीन बंद पड़ी है।

ये भी पढ़ें :यूपी में पर्यटन की अपार संभावनाएं: सीएम योगी

  • बीते पांच दिनों से बंद पड़ी इस अल्ट्रासाउंड मशीन को बनवाने की सुध किसी को नहीं है।
  • जिसका खामियाजा सबसे ज्यादा यहां आने वाली गर्भवती महिलाओं को भुगतना पड़ रहा है।
  • यहां रोजाना करीब 15 अल्ट्रासाउंड होते थे। ऐसे में मशीन बंद होने से रोजाना गर्भवती महिलाओं को लौटाया जा रहा है।
  • अब तक करीब 70 मरीजों को बिना जांच के लौटाया जा चुका है।
  • यूपीएस पिछले पांच दिनों से खराब है जिसकी वजह से अल्ट्रासाउंड मशीन को संचालित होने पर परेशानी आ रही है।
  • मरीजों का आरोप है कि अस्पताल में अल्ट्रासाउंड बंद होने से हम लोगों को निजी लैब में जांच करनी पड़ती है।
  • बाहर जांच कराने पर हम लोगों को हजार रुपये खर्च करने पड़ते हैं।
  • मरीजों का कहना है कि सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक को इस मामले की जानकारी है।
  • बावजूद इसके वह इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।

ये भी पढ़ें :नगर निगम ने बढ़ाये कूड़ा उठान के रेट

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें