समुदाय के किसी भी व्यक्ति द्वारा मातृ मृत्यु की सूचना देने पर उस व्यक्ति को निर्धारित धनराशि प्रदान की जाएगी। मातृ मृत्यु समीक्षा कार्यक्रम के क्रियान्वयन हेतु ये नयी व्यवस्था शुरू की गयी है। जिसके अंतर्गत ‘आशा’ द्वारा महिला की मृत्यु की सूचना जल्द से जल्द दूरभाष पर सम्बन्धित प्रभारी चिकित्साधिकारी एवं राज्य स्तरीय टोल फ्री नम्बर-1800 180 1900 पर दी जायेगी।

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टोल फ्री नम्बर पर दें सूचना

  • नई व्यवस्था के अन्तर्गत मातृ मृत्यु की सूचना प्राप्त करने के लिए समुदाय की भागीदारी बढ़ायी जा रही है।
  • यह जानकारी सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य आलोक कुमार ने दी।
  • उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा समुदाय स्तर से मातृ मृत्यु की सूचना प्राप्त करने के लिये ये नयी योजना है।
  • इसमें 1,000 रू0 प्रति सूचना प्रोत्साहन धनराशि का प्रावधान किया गया है।
  • समुदाय के किसी व्यक्ति द्वारा मातृ मृत्यु की सूचना देने पर उस व्यक्ति को 1000 रू0 देय होगा।
  • यह व्यवस्था केवल वास्तविक मातृ मृत्यु के उन्ही प्रकरणों के लिए होगी जहाँ पहले से स्वास्थ्य विभाग को सूचना नहीं हो सकी हो।
  • गर्भावस्था, प्रसूति एवं गर्भपात से होने वाली मातृ मृत्यु की सूचना जल्द से टोल फ्री नम्बर-1800 180 1900 पर दें।
  • मातृ मृत्यु की सूचना के लिये समुदाय से सूचना देने वाले व्यक्ति को 1000 रू0 दिया जायेगा।
  • स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी एवं उनके परिवार को यह प्रोत्साहन धनराशि अनुमन्य नहीं होगी।
  • सचिव ने बताया कि वर्तमान में वास्तविक मातृ मृत्यु की समीक्षा हेतु आशाओं से अपेक्षित है।
  • आशायें अपने क्षेत्र में होने वाली सभी 15-49 वर्ष आयु की प्रत्येक महिला की मृत्यु की सूचना देंगी।

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मातृ मृत्यु दर को घटाना है लक्ष्य

  • इसके बाद भी औसतन 30 से 40 प्रतिशत गर्भावस्था से संबंधित मृत्यु की सूचना प्राप्त हो रही है।
  • जिसके कारण असूचित मातृ मृत्यु के कारणों की समीक्षा एवं सुधारात्मक कार्यवाही नहीं हो पाती है।
  • उन्होंने बताया एनुअल हेल्थ सर्वे (2010-11) में उ0प्र0 का मातृ मृत्यु अनुपात 345 प्रति 1 लाख जीवित जन्म था।
  • जो 2012-13 की रिपोर्ट के अनुसार यह घटकर 258 प्रति 1 लाख जीवित जन्म हो गया है।
  • राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उ0प्र0 द्वारा इसे वर्ष 2017 तक इसे 200 प्रति 1 लाख जीवित जन्म तक लाने का लक्ष्य है।
  • वर्ष 2020 तक देश में मातृ मृत्यु दर को 100 प्रति 1 लाख जीवित जन्म तक लाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
  • प्रदेश में मातृ मृत्यु दर में कमी लाने के लिये मातृ मृत्यु समीक्षा एक महत्वपूर्ण रणनीति है।
  • जो कि मातृ मृत्यु के विभिन्न कारणों एवं कारकों पर प्रकाश डालती है एवं उनको दूर करने में सहायता करती है।
  • इस हेतु जनसमुदाय से मातृ मृत्यु की सूचना प्राप्त करना आवश्यक है।

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