23 मार्च को होने वाले राज्य सभा चुनावों के लिए सभी पार्टियां अपने-अपने विधायकों को एकजुट करने में लगी हुई हैं। इसके लिए समाजवादी पार्टी ने भी अपने विधायको के लिए डिनर का आयोजन कराया और उनसे राज्य सभा चुनावों पर विस्तार से बातें की। इसके अलाव बसपा और भाजपा भी अपने विधायकों को एकजुट रखने में लगी हुई है। इस चुनाव में सबसे बड़ी भूमिका बाहुबली विधायक मुख़्तार अंसारी की होने वाली है। अब मुख़्तार के राज्य सभा चुनाव में वोट देने पर चुनाव आयोग ने बड़ा फैसला ले लिया है।

बसपा सुप्रीमों ने रखी शर्त :

राज्य सभा चुनावों में विधायकों के क्रॉस वोटिंग करने के डर के चलते बसपा अध्यक्ष मायावती ने समाजवादी पार्टी से अपने प्रत्याशी के लिए 9 विश्वस्त विधायकों की सूची जारी करने को कहा है। बसपा सुप्रीमों का ये संदेश सपा अध्यक्ष तक पहुंचा दिया गया है। बसपा चाहती है कि उसके प्रत्याशी भीमराव अंबेडकर को सपा विधायक का प्रथम पसंद का वोट मिले। इसलिए बसपा की ओर से कहा गया कि उसके प्रत्याशी को सपा का प्रथम वरीयता वोट मिले। अगर ऐसा हो गया तो समाजवादी पार्टी की घोषित प्रत्याशी जया बच्चन की जीत में परेशानी हो सकती है। सपा नहीं चाहेगी कि किसी सूरत में जया बच्चन को दूसरी वरीयता में रखा जाए। ऐसा हुआ तो सपा प्रत्याशी जया बच्चन का चुनाव जीतना मुश्किल हो जायेगा।

 

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वोट देने लखनऊ आयेंगे मुख़्तार अंसारी :

बसपा विधायक बाहुबली मुख्तार अंसारी को चुनाव आयोग ने राज्यसभा चुनाव में वोट डालने की इजाजत दे दी है। चुनाव आयोग के इस फैसले के बाद मुख्तार अंसारी लखनऊ में होने वाली राज्यसभा चुनाव की वोटिंग में हिस्सा लेंगे। उत्तर प्रदेश के राज्यसभा चुनाव 23 मार्च को होने हैं और इसमें बसपा की साख दांव पर लगी है। बसपा के लिए 1-1 वोट जरूरी है इसीलिए अंसारी ने चुनाव आयोग से वोट डालने की इजाजत मांगी थी। यूपी चुनाव से पहले मुख्तार अंसारी ने समाजवादी पार्टी का दामन छोड़ बहुजन समाज पार्टी ज्वॉइन कर ली थी। उन्होंने जेल में रहते हुए चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। फिलहाल उनका विधायकी का कामकाज भाई सिगबतुल्ला संभालते हैं।

 

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