उत्तर प्रदेश में सत्ता परिवर्तन का असर देखने को मिल रहा है। पिछली समाजवादी सरकार में लिए गये कई फैसलों और योजनाओं को भाजपा की योगी सरकार ने या तो बंद कर दिया है या फिर उनका नाम बदल दिया है। इसके अलावा अब बदलाव का सिलसिला सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के रिश्तेदारों पर भी शुरू हो गया है। मगर खुद सपा संरक्षक मुलायम सिंह के आने के बाद योगी सरकार ने अपना फैसला बदल दिया है।

रुक गया मुलायम की समधन का ट्रांसफर :

बीते दिनों सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की समधन और एलडीए की उप सचिव अम्बी बिष्ट के तबादले का आदेश योगी सरकार ने दिया था। मगर कुछ दिन बाद ही उस आदेश मे संशोधन कर दिया गया है। मुलायम की समधन अब लखनऊ के नगर निगम में कर निर्धारण अधिकारी के पद पर तैनात होंगी। इसके पहले उन्हें 31 जनवरी को एलडीए से फर्रूखाबाद नगर पालिका परिषद ट्रांसफर किया गया था। राजस्व प्रवर सेवा अधिकारी अम्बी बिष्ट मुलायम की छोटी बहू अर्पणा यादव की मां और सूचना आयुक्त अरविंद सिंह बिष्ट की पत्नी हैं। अम्बी बिष्ट के तबादले से संबंधित संशोधित तबादला प्रमुख सचिव नगर विकास मनोज कुमार सिंह ने जारी किया है।

कई और हुए हैं बदलाव :

समाजवादी पार्टी की सरकार जाने के बाद से भाजपा सरकार ने उत्तर प्रदेश में बदलाव शुरू कर दिया है। सत्ता में आते ही सपा सरकार के कई फैसलों को सीएम योगी के रोक दिया और पलट दिया। अखिलेश सरकार में कराई गयी हजारों भर्तियों की जांच योगी ने आते ही बिठा दी है जिससे लाखों युवाओं का भविष्य अंधकारमय हो चुका है। हालाँकि सीएम योगी ने अपनी सरकार में लाखों युवाओं को रोजगार देने की बात कही हैं मगर जिन लोगों ने परीक्षा पास कर नौकरी करना शुरू कर दिया था, उनका तो भविष्य अंधकार में जाता दिखाई दे रहा है।

 

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