हमारे देश में अक्सर लोग धीमी न्याय व्यवस्था को देश की अधिकतर समस्याओं की जड़ मानते हैं, जो काफी हद तक सही भी है। मामलों के निपटारे में इतना समय लगता है कि, अपराधियों के भीतर से कानून का डर तब तक खत्म हो चुका होता है। वहीँ इसी बीच उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले से जुड़ा एक मामला सामने आया है, जो इस देश की सोच (धीमी न्याय व्यवस्था) को बदल सकता है।
मुजफ्फरनगर जज ने बनाया गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड:
- देश की धीमी न्याय व्यवस्था से सभी नागरिक आहत रहते हैं।
- लेकिन उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के जज तेज बहादुर सिंह इस मामले में देश के लोगों के लिए उम्मीद बन कर आये हैं।
- मुजफ्फरनगर के जज तेज बहादुर ने गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा लिया है।
- जज तेज बहादुर के नाम 327 दिनों में 6,065 केस में फैसले सुनाने का रिकॉर्ड बनाया है।
वकीलों की हड़ताल के बाद ही रिकॉर्ड बनाने में हुए कामयाब:
- मुजफ्फरनगर के जज तेज बहादुर ने 327 दिनों में 6,065 केस में फैसला सुनाने का रिकॉर्ड दर्ज किया है।
- गौरतलब है कि, यह आंकड़ा उन्होंने तब छुआ जब बाकी के दिनों में वकीलों की हड़ताल चल रही थी।
फैमिली कोर्ट के जज हैं:
- तेज बहादुर सिंह मुजफ्फरनगर फैमिली कोर्ट में जज हैं।
- तेज बहादुर सिंह ने इस दौरान करीब 903 दम्पत्तियों के बीच सुलह से मामला निपटाने का भी काम किया है।