[nextpage title=”naini jail” ]

उत्तर प्रदेश में अपराध किस स्तर तक फैला हुआ है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि, जेलों में बैठकर भी गैंग के सरगना अपना वसूली और रंगदारी का कारोबार धड़ल्ले से चला रहे हैं। यूपी STF ने शुक्रवार 13 जनवरी को ऐसे ही एक गैंग के शूटर को धर दबोचा जिसे रंगदारी करने का काम दिया गया था। पूछताछ के दौरान शूटर ने बताया कि, यूपी की जेलों में बैठकर भी गैंग सरगना कोडवर्ड के जरिये अपना धंधा चला रहे हैं।

अगले पेज पर जानें यूपी के माफियाओं द्वारा रंगदारी के लिए इस्तेमाल होने वाले कोडवर्ड:

[/nextpage]

[nextpage title=”naini jail2″ ]

यूपी की जेलों में हो रहा धड़ल्ले से मोबाइल फोन का इस्तेमाल:

  • उत्तर प्रदेश में यूपी विधानसभा चुनाव के चलते आचार संहिता लागू की जा चुकी है।
  • उसके बावजूद यूपी की जेलों में आचार संहिता का उल्लंघन किया जा रहा है।
  • जिसका खुलासा शनिवार 14 जनवरी को STF के एक गुडवर्क से हुआ।
  • यूपी की जेलों में बंद कैदी धड़ल्ले से मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं।
  • वहीँ इस मामले में समाजवादी सरकार और जेल प्रशासन ने अपनी आँखें मूँद रखी है।
  • यह मामला वेस्ट यूपी के माफिया ऊधम सिंह बरनवाल से जुड़ा हुआ है।
  • ऊधम सिंह मौजूदा समय में नैनी सेंट्रल जेल में बंद है, इससे पहले वो लखनऊ स्थित जेल में बंद था।
  • लखनऊ जेल में रहते हुए ऊधम सिंह मोबाइल के जरिये हत्याओं की साजिश रच रहा था।
  • नैनी सेंट्रल जेल में स्थानांतरण के बाद भी उसका अपराध तंत्र मोबाइल पर धड़ल्ले से चल रहा है।
  • STF की टीम ने शुक्रवार 13 जनवरी ऊधम सिंह गैंग के शूटर को गिरफ्तार किया था।
  • यह शूटर मेरठ के फलावदा का रहने वाला है, शूटर का नाम प्रवीण कुमार पाल है।
  • STF ने प्रवीण को ऊधम सिंह से जेल में मुलाकात करने के बाद लौटते हुए पकड़ा था।

prisoners collecting extortion money

बिना रजिस्टर एंट्री और चेकिंग के जाता था जेल में मिलने:

  • ऊधम सिंह गैंग का शूटर प्रवीण बिना किसी चेकिंग या रजिस्टर में एंट्री के ऊधम सिंह से मिलने जेल में जाता था।
  • गौरतलब है कि, शूटर के साथ ऊधम सिंह का वकील भी मौजूद रहता था।
  • जहाँ ऊधम सिंह शूटर को रंगदारी के लिए कोडवर्ड में टारगेट की जानकारी सौंपता था।

prisoners collecting extortion money

गैंग सरगना और शूटर की बातचीत के कुछ अंश:

  • ‘जब किसी पार्टी पर हमला करवाना होगा तो मैं कहूँगा कि, फाइल दे दो पार्टी को’।
  • ‘अगर पार्टी मेरे पास पैसा पहुंचा देगी तो मैं कहूँगा कि, हाई कोर्ट में रिट लगी है फलां पार्टी की’।
  • ‘अगर पार्टी को धमकाना होगा तो कहेंगे कि, कांफ्रेंस हो गयी है, अब बस फाइल देनी बाकी है’।

3 से रंगदारी वसूलने का काम सौंपा गया:

  • इलाहाबाद STF के मुताबिक, ऊधम सिंह ने शूटर को एक कागज़ पर तीन लोगों से रंगदारी वसूलने का काम सौंपा था।
  • पहले टारगेट का नाम श्रवण राणा जिससे 20 लाख रुपये की रंगदारी।
  • दूसरे का नाम बाबूराम मास्टर जिससे 10 लाख रुपये की रंगदारी।
  • तीसरा मार्बल व्यवसायी मित्तल है, जिससे 20 लाख की रंगदारी मांगने को कहा था।
  • बातचीत में राणा के लिए वकील, बाबूराम के लिए मास्टर और मित्तल के लिए एडवोकेट कोडवर्ड का इस्तेमाल किया गया था।

[/nextpage]

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें