जया बच्चन के उपर किए गए टिप्पणी के लिए नरेश अग्रवाल ने माफी मांग ली है। कहा कि अगर मेरे बयान से किसी को कष्ट हुआ है तो इसके लिए मुझे खेद है। जया बच्चन पर अपना बयान वापस लेते हुए कहा है कि मेरा इरादा किसी को कष्ट पहुंचाने का नहीं था। राम मंदिर पर पूछे गए एक सवाल पर कहा कि राम मंदिर का किसी हिंदू ने विरोध नहीं किया, मैं भी हिंदू हूं, राम मेरे भगवान हैं।

सपा में गृहयुद्ध के समय अखिलेश यादव के साथ सिर्फ 2 बड़े नेता खड़े थे जिसमें से 1 नरेश अग्रवाल थे। सपा महासचिव राज्य सभा में जाने के लिए अपना टिकट काटे जाने से परेशान थे। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उनके स्थान पर जया बच्चन के नाम का चुनाव किया था। भाजपा ज्वाइन करते ही नरेश अग्रवाल ने जया बच्चन पर अभद्र टिप्पणी की थी जिस पर अब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पलटवार करते हुए बड़ा बयान दे दिया है।

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अखिलेश ने ट्वीट कर किया था बयान की निन्दा

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नरेश अग्रवाल के बयान की निंदा करते हुए ट्वीट किया ‘श्रीमती जया बच्चन जी पर की गई अभद्र टिप्पणी के लिए हम भाजपा के नरेश अग्रवाल के बयान की कड़ी निंदा करते है। ये फिल्म जगत के साथ ही भारत की हर महिला का भी अपमान है। भाजपा अगर सच में नारी का सम्मान करती है तो तत्काल उनके ख़िलाफ कदम उठाये। महिला आयोग को भी कार्रवाई करनी चाहिए।’

फिल्मों में डांस करने वाली से की थी तुलना 

सपा महासचिव रह चुके नरेश अग्रवाल ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करने के दौरान मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि बसपा से गठबंधन और जया बच्चन को राज्य सभा का टिकट दिए जाने को लेकर वह चिंतित हैं। जया बच्चन को टिकट दिए जाने पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि फिल्मों में डांस और रोल करने करने वाली से उनकी तुलना कर दी गई। इतना ही नहीं बसपा से गठबंधन पर उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ने गठबंधन के जरिए एक क्षेत्रीय पार्टी की हैसियत से भी खुद को हटा दिया है। जबकि 2012 में समाजवादी पार्टी पूरी तरह से सरकार में आई थी। नरेश अग्रवाल ने कहा कि जब तक राष्ट्रीय पार्टी में न आयें तो राजनीति पूरी नहीं मानी जाती है।

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