मेरठ से नेशनल फ्लोरबॉल चैंपियनशिप का आगाज होने जा रहा है. जहा आज मेरठ के एक होटल में अंतरराष्ट्रीय फ्लोरबाल एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष संजीव गुप्ता व अतुल गुप्ता राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय फ्लोर बॉल संघ ने प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि फ्लोर बॉल एक प्रकार की फ्लोर हॉकी होती है. जिसमें प्रत्येक टीम के 5 फील्ड खिलाड़ियों और 1 वॉलपेपर के साथ खेली जाती है. पुरुषों और महिलाओं के बीच भवन के अंदर में 96 से लेकर 115 पॉइंट 5 सेंटीमीटर लंबी स्टिक और प्लास्टिक की गेंद के साथ खेली जाती है. जिसमें तीन मैचों की अवधि 20 मिनट रखी गई है. यह फुटबॉल बड़ा ही तेज और रोमांटिक एवं सुरक्षित है. ये दुनिया के कई देशों में सबसे तेजी से बढ़ते गेम में से एक मात्र के रूप में बहुत बड़ा दर्जा दिया गया है . जिससे अनुमान लगाया गया है कि 2 मिलियन से अधिक लोग दुनिया में नार्मल ही इसे खेल रहे हैं . भारत में हमारे पास 20 हजार से अधिक फ्लोर बॉल खिलाड़ी भी है. फुटबॉल खेल के लिए अंतरराष्ट्रीय दुनियाभर में शासकीय निकाय है. यह स्वीडन में 1986 में स्थापित किया गया था. वर्तमान में सदस्य है जिनमे लगभग 4500 क्लब और 3 लाख से ज्यादा पंजीकृत खिलाड़ी भी है. IOC द्वारा मान्यता प्राप्त है. दुनियाभर में फ्लोरबोल के लिए एक नए आयाम को खोलता है. भविष्य में फ्लोरबोल की ओलंपिक खेलों में आने की संभावना है जिसकी शुरुआत 22 दिसम्बर से 25 दिसंबर तक मेरठ में 12 वीं राष्ट्रीय फ्लोर बॉल चैंपियनशिप का आयोजन किया जाएगा.  जिसमे 14 राज्यों की 26 टीमें इस चैंपियनशिप में भाग लेंगी यह कार्यक्रम मेरठ के विद्या ग्लोबल परिसर में आयोजित किया जाएगा, जिसमें 350 से अधिक खिलाड़ी और 3 दिन के आयोजन में भाग लेंगे इस आयोजन में 30 से अधिक आला अधिकारियों द्वारा चैपियनशिप की निगरानी भी की जाएगी,  इसका शुभारंभ मेरठ के कमिश्नर डॉ प्रभात कुमार द्वारा किया जाएगा.
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