हमारा देश लगातार तकनीकी की ओर कदम बढ़ा रहा है। जिसका सबसे बड़ा उदाहरण यही है की आज हर व्यक्ति के हाथ में स्मार्टफ़ोन है। अब हर कोई ऑनलाइन पेमेंट कर रहा है। इसे देखकर ही ये पता चल जाता है की  देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डिजिटल यूपी का सपना साकार  हो रहा है।  इसी कड़ी में नेशनल हेल्थ मिशन ने भी एक नयी शुरूआत कर दी है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में चिकित्सा क्षेत्र को डिजिटल करने में दवाओं को ऑनलाइन करने के लिए पोर्टल शुरू कर दिया गया है। इसमें पहला पोर्टल शुरू करने में श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल         (सिविल) ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है।

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डिजिटल व्यवस्था के तहत लगेंगे टीवी

  • अब तक आपको दवाओं की जानकारी के लिए गूगल की मदद लेनी पड़ती थी।
  • लेकिन अब आपको ऐसा करने बकी कोई जरुरत नहीं है।
  • इससे आपका समय काफी लग जाता है जिसकी अब जरुरत ही नहीं होगी।
  • आपकी इस परेशानी को हमारी सरकार दूर कर दिया है।
  • ड्रग्स एंड वैक्सीन डिस्ट्रीव्यूशन मैनेजमेंट पोर्टल की शुरूआत कर दी गयी।
  • इसमें अभी 319 दवाओं के नाम को प्रदर्शित किया गया है।
  • इन नामों को देखने के लिए परिसर में टी वी स्क्रीन भी लगायी गयी है।
  • जिन पर दिन भर दवाओं की उपलब्धता का प्रदर्शन होता रहेगा।
  • नेशनल  हेल्थ मिशन ने सिविल अस्पताल के साथ ही अन्य अस्पतालों में इसकी व्यवस्था की है।
  • स्वास्थ्य केन्द्रों में दवाओं की उपलब्धता की जानकारी ऑनलाइन करने के लिए डिजिटल व्यवस्था के तहत टीवी लगाये जा रहे है।
  • इससे दवाओं की पारदर्शिता पता चलेगी कि अस्पताल या स्वास्थ्य केन्द्र में कितनी दवा उपलब्ध है।
  • पर स्क्रीन पर चल रही दवाओं के नामों को एक वर्ग विशेष ही पढ़ पायेगा।
  • दवाओं के नाम अग्रेंजी में लिखे हुए है।
  • अस्पताल प्रशासन के लिए दवाओं के नाम प्रतिदिन पोर्टल पर डालना भी एक चुनौती भरा काम होगा।
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