उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बदहाल ट्रैफिक व्यवस्था की पोल उस समय खुल गई जब उद्योगपति नवीन जिंदल एक घंटे से अधिक वक्त तक ट्रैफिक जाम में फंस गए। जाम से राहत ना मिलने पर उन्होंने कार में बैठे बैठे ही ट्वीट कर राजधानी की ट्रैफिक व्यवस्था को शर्मनाक बताया। शहर के ट्रैफिक को लेकर हुई किरकिरी के बाद सोमवार को प्रशासन ने व्यस्त प्रमुख मार्गों पर जिम्मेदारी की जबावदेही तय करने की बात कही। ट्रैफिक में मशहूर व्यक्ति के फंसने का ये कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले मशहूर फिल्म अभिनेता जैकी श्रॉफ पुराने लखनऊ में जाम में फंस गए थे। उन्होंने ट्विटर पर एक वीडियो क्लिप शेयर की थी। इस वीडियो में वह पुराने अपनी गाड़ी से उतरकर ट्रैफिक दुरुस्त कराते नजर आ रहे थे।

जानकारी के मुताबिक, उद्योगपति नवीन जिंदल 21 नवंबर को रेलवे के अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में शामिल होने के लिए लखनऊ आए थे। कार्यक्रम में जाते वक्त सुबह 10:25 बजे उन्होंने ट्वीट किया कि रेलवे में आधुनिक तकनीकी और आविष्कार पर आयोजित सेमिनार के लिए लखनऊ आ गया हूं। विशेषज्ञों को सुनना है। लेकिन रास्ते में भयानक जाम है। 24 मिनट से इस में फंसा हूं। उम्मीद है जल्द ही यातायात चलेगा। उनके स्ट्रीट पर पियूष पांडेय ने लिखा कि ‘मुस्कुराइए कि आप लखनऊ में हैं’, नवीन सिंह ने लिखा ‘सर लखनऊ बदल रहा है’, इस बीच 11:02 बजे उन्होंने दूसरा ट्वीट किया कि ‘1 घंटे से जबरदस्त ट्रैफिक जाम में फंसा हूं शर्मनाक है, यह वक्त ईंधन और पर्यावरण की बर्बादी है। हम सामान्य ट्रैफिक तक नहीं चला सकते। उम्मीद है कि उत्तर प्रदेश की सरकार राजधानी का यातायात दुरुस्त करने के लिए कदम उठाएगी।’

उनके इस ट्वीट पर यूपी पुलिस के हैंडल से लखनऊ और यूपी के ट्रैफिक पुलिस को कार्यवाही के निर्देश दिए गए। इसके बाद शाहनवाज खान ने भी ट्वीट कर अपनी हालिया लखनऊ यात्रा के दौरान यहां की व्यवस्था का जिक्र किया। अमित ने यूपी लखनऊ और पटना के ट्रैफिक को एक जैसा बताते हुए दोनों जगह सड़क जाम को सामान्य का तमाम कोशिशों के बाद भी शहर की यातायात व्यवस्था बेपटरी है। इसे दुरुस्त करने को जिलाधिकारी की पहल पर शुरू इसका व्यास की जिम्मेदारी एडीएम सिटी पूर्वी की अगुवाई में एसपी ट्रैफिक अपर नगर आयुक्त की हाई पावर कमेटी को सौंपी गई है। मुक्त बनाने के संबंधित विभागों के जिम्मेदारों की भूमिका में लागू करने की शक्ति के साथ डीएम ने बीते दिनों गोल चौराहे पर अतिक्रमण मुक्त यातायात को प्रभावी बनाया था। इस दौरान जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने नगर निगम, पीडब्ल्यूडी विभाग के जिम्मेदारों में आपसी समन्वय से शहर को जाम से मुक्ति नहीं मिल रही। इसे देखते हुए उन्होंने अधिकारियों के बीच समन्वय बनाने व गड़बड़ी पर सीधे संबंधित विभाग के जिम्मेदारों की जवाबदेही तय कर कार्यवाही के घेरे में लाने की पहल की है।

बता दें कि 3 दिन बाद सोमवार को दफ्तर पर स्कूल खुलते ही सड़कों पर वाहनों का बोझ बढ़ गया। सुबह से शाम तक प्रमुख चौराहों पर जाम लगा रहा। वहीं इस दौरान ज्यादातर चौराहों से ट्रैफिक पुलिस गायब दिखी। सुबह से ही पॉलिटेक्निक चौराहा, भिठौली क्रॉसिंग, इंजीनियरिंग कॉलेज, टेढ़ी पुलिया, मुंशी पुलिया, निशातगंज, डालीगंज, कैसरबाग, अमीनाबाद, हजरतगंज, चारबाग, स्टेशन रोड, नाका से इस वक्त हर तरफ वाहनों की कतारें दिखी। इससे लोग काफी परेशान दिखे।गौरतलब है कि एक तरफ लोग जाम से जूझ रहे थे। वहीं यातायात पुलिस लखनऊ महोत्सव का यातायात संभाल रही थी। महोत्सव में पहुंचने वाले मंत्री विधायक आईएएस व आईपीएस अधिकारियों के वाहन महोत्सव स्थल तक आसानी से पहुंचे। इसके लिए ट्रैफिक पुलिस ने पूरी ताकत लगा दी। एएसपी ट्रैफिक रविशंकर नियम के मुताबिक कई दिनों के बाद सरकारी दफ्तर खुलने से वाहनों का दबाव कुछ ज्यादा हो गया था। हालांकि जल्दी समस्या दूर कर ली गई थी।

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