उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार 11 अगस्त को राष्ट्रीय मानवधिकार आयोग ने प्रेस कांफ्रेंस(NHRC press conference) का आयोजन किया था, जिसके तहत राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के मेम्बर पीसी घोष ने प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया। प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन मानवाधिकार मामलों की सुनवाई के तहत आयोजित कैंप को लेकर किया गया था, जिसमें कोई भी व्यक्ति आकर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकता है।

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की प्रेस कांफ्रेंस में मेम्बर पीसी घोष का बयान(NHRC press conference):

कैंप करके सुनवाई की गयी(NHRC press conference):

  • 3 दिनों में लखनऊ कैम्प करके सुनवाई की गई है।
  • दलित समुदाय से जुड़ी शिकायतों को सुना गया है।
  • कमीशन ने मानवाधिकार से जुड़े गंभीर मामलों को सुनवाई की है।
  • कस्टोडियल डेथ के मामले सामने आये हैं।
  • 171 मामलों को सुनकर निर्णय दिया है कमीशन ने।
  • फूल बेंच ने 16 मामलों की सुनवाई की।
  • डिवीसन बेंच ने 68 मामलों की सुनवाई की।
  • 2 लाख 47 हज़ार 500 रुलाये कमीशन ने मुआवजा दिलवाया है पीड़ितों को।

NHRC मेम्बर जस्टिस ज्योतिका कालरा ने कहा(NHRC press conference):

  • वर्किंग महिलाओं के उत्पीड़न से संबंधित मामलों को डीजीपी के सामने रखा गया।
  • जिसपर डीजीपी ने कहा कि समितियां बनाई गई हैं ऐसे मामलों की सुनवाई के लिए।

कैंप के तहत पेंडिंग शिकायतों पर काम किया गया था(NHRC press conference):

  • NHRC ने राजधानी लखनऊ में तीन दिवसीय कैंप का आयोजन किया था।
  • जिसके तहत कैंप में पेंडिंग पड़ी शिकायतों की सुनवाई की गयी थी।

ये भी पढ़ें: नहीं संभल रहा काम, योगी सरकार करेगी कैबिनेट विस्तार!

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें