उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित निठारी कांड सीरीज ऑफ़ केस में सीबीआई कोर्ट में एक और मामले की  आज सुनवाई हो रही थी. गौरतलब है कि, सीबीआई कोर्ट ने सुरेन्द्र कोली और मोनिंदर सिंह पंढेर को दोषी पाया था. इसी क्रम में सोमवार 24 जुलाई को सीबीआई कोर्ट ने दोनों आरोपियों को सजा सुना दी है.

 निठारी मामले में सीबीआई कोर्ट का आया फैसला:

        • सीबीआई कोर्ट ने 9वें केस में पंढेर और कोली को सजा-ए-मौत सुनाई.
        • कोर्ट ने रेयरेस्ट ऑफ दी रेयर केस मानते हुए ये फैसला सुनाया.
        • दोनों अपहरण, रेप और हत्या के दोषी पाए गए थे.
        • मोनिंदर सिंह पंढेर पर 25 हजार का जुर्माना लगाया गया. 
        • सुरेंद्र कोली पर 35 हजार का जुर्माना लगाया गया.

        CBI कोर्ट ने नरपिशाचों को सुनाई मौत की सजा

        • सूबे के बहुचर्चित निठारी कांड में सीबीआई कोर्ट ने सोमवार को अपना फैसला सुना दिया था.
        • जिसके तहत निठारी कांड के दोनों आरोपियों को कोर्ट ने मौत की सजा सुनाई है.
        • कोर्ट ने सुरेन्द्र कोली और मोहिंदर सिंह पंढेर को सजा सुनाई थी.
        • पिंकी सरकार मामले में आया फैसला:
        • निठारी हत्याकांड मामले में सोमवार को सीबीआई ने अपना फैसला सुना दिया था.
        • इसके तहत दोनों आरोपियों को मौत की सजा सुना दी गयी.
        • गौरतलब है कि, यह फैसला निठारी कांड के कई सारे मामलों में से एक में आया.
        • जिसके चलते दोनों अभियुक्तों को पिंकी सरकार मामले में सजा हुई.
        • कोर्ट ने यह माना की इन दोनों ने ही पिंकी के साथ रेप और हत्या की थी.

        पूरा मामला 

        • 28 दिसम्बर 2006 को नोएडा पुलिस ने बहुचर्चित निठारी कांड का खुलासा किया था.
        • इस कांड में दो दर्जन महिलाओं, बच्चों और लड़कियों का अपहरण कर हत्या करने के बाद शवों के साथ बलात्कार कर शवों के टुकडे-टुकड़े कर सेक्टर 31 स्थित मोहिंदर सिंह पंढेर की डी-5 कोठी के पीछे व सामने से बह रहे नाले में फेंक दिया गया था.
        • पुलिस ने इस काण्ड के आरोप में मोहिन्दर सिंह पंढेर एवं सुरेन्द्र कोली को गिरफ्तार किया था.
        • जिनके खिलाफ हत्या, अपहरण, बलात्कार, षड्यंत्र एवं सबूत मिटाने का दोषी माना था.
        • दोषी पाए जाने के बाद सुरेंद्र कोली को फांसी की सजा भी सुनाई गई थी.
        • आपको बता दें कि दो साल पहले भी सुरेंद्र कोली को डासना जेल से मेरठ जेल लाया गया था.
        • उस वक्त कोली को फांसी की तैयारी भी पूरी हो गई थी। लेकिन उससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने उसकी फांसी की सजा पर रोक लगा दी थी.
        • लेकिन अब गाजियाबाद सीबीआई कोर्ट की विशेष अदालत द्वारा छठे मामले में भी फांसी की सजा सुनाई गई है.
        • सजा के बाद ये अटकलें तेज हैं कि, उसे मेरठ के जिला कारागार में सूली पर लटकाया जा सकता है.
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