मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शाम अपने आधिकारिक निवास पर पार्टी विधायकों की एक बैठक बुलाई थी। इस बैठक में पार्टी 9वें उम्मीदवार की जीत के लिए रणनीति तैयार की गई है क्योंकि सत्तारूढ भाजपा के लिए भी राज्यसभा का चुनाव प्रतिष्ठा का प्रश्न बन चुका है। भाजपा अपने बल पर 8 सीटों में तो आसानी से जीत हासिल कर लेती और एक सीट सपा की झोली में चली जाती, लेकिन भाजपा ने 9 उम्मीदवार मैदान में उतारकर संघर्ष की स्थिति पैदा कर दी है। इस बीच समाजवादी पार्टी के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो गयी है। सपा के एक विधायक ने आज लखनऊ में भाजपा ज्वाइन कर ली है।

राज्यसभा चुनाव को लेकर हुआ पूर्वाभ्यास

चुनाव में जीत के लिए एक उम्मीदवार को पहली प्राथमिकता वाले 37 वोट हासिल होने पर ही जीत हासिल होगी। बैठक के दौरान भाजपा विधायकों को उन उम्मीदवारों के बारे में बताया गया जिनके पक्ष में विधायकों को मतदान करना है। मतदान के दिन किसी भी तरह की भ्रम की स्थिति से बचने के लिए मतदान का एक पूर्वाभ्यास भी किया गया। पूर्वाभ्यास में चुनाव कैसे किया जाये बैलेट पेपर से वोट कैसे डाला जाये। वोट कैसे करना है इन तमाम बिंदुओं पर चर्चा हुई।

 

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नितिन अग्रवाल हुए भाजपा में शामिल :

समाजवादी पार्टी ने अपने विधायकों को एकजुट रहने का आदेश दिया है। सपा को डर है कि कहीं भाजपा वाले उसके विधायकों के कोटे में सेंध न लगा दें। ऐसे में समाजवादी पार्टी अपने और बसपा प्रत्याशी को जिताने के लिए काफी सोच-समझ कर आगे बढ़ रही है। इस बीच समाजवादी पार्टी के 1 विधायक ने चुनाव के पहले ही भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ले ली है। आज समाजवादी पार्टी के हरदोई सदर से विधायक नितिन अग्रवाल लखनऊ के भाजपा दफ्तर पहुंचे जहाँ पर प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्रनाथ पाण्डेय ने नितिन अग्रवाल को भाजपा में शामिल कराया है। नितिन के पिता नरेश अग्रवाल पहले ही दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो चुके हैं।

 

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