गाजियाबाद नोएडा इलाके में आवास आवंटन गंभीर समस्या बन गया है. सालों से मोटी रकम दे चुके लोगों को आवास नहीं मिला है. 19 हजार करोड़ का मामला सामने आने के बाद निवेशकों ने हंगामा किया था.

निवेशकों को लुटने का आरोप:

  • इधर आम्रपाली के कॉरपोरेट ऑफिस को बचाने में अथॉरिटी जुटी हुई है.
  • नोएडा अथॉरिटी आम्रपाली बिल्डर के सपोर्ट में आ गई है.
  • बैंक को अथॉरिटी ने कारण बताओ नोटिस जारी किया.
  • अथॉरिटी की दलील आम्रपाली के नाम से दर्ज नही है ज़मीन.
  • बैंक ने तय समय पर नीलाम करने का मन बनाया है.
  • आम्रपाली के सुरक्षा घेरे में लगी है नोएडा अथॉरिटी।
  • आंख मुंदे बैठी अथॉरिटी को धोखाधड़ी नहीं दिख रही है.
  • पूरा प्राधिकरण अनिल शर्मा को बचाने में जुट गया है,.
  • जबकि हजारों निवेशकों के मंसूबों पर अथॉरिटी पानी फेर रहा.
  • वहीँ निवेशकों के खून-पसीने की कमाई को आम्रपाली ने उड़ा दिया है.
  • वहीँ पुलिस की कार्यशैली भी सवालों के घेरे में रही है.

नोएडा पुलिस दर्ज नहीं करती है FIR:

  • ऐसा लगता है नोएडा पुलिस फ्रॉड आम्रपाली के साथ खड़ी है.
  • आम्रपाली के खिलाफ नोएडा में FIR नहीं हो रही है.
  • सभी थानों को मौखिक निर्देश दिए गए हैं.
  • बिल्डर के खिलाफ FIR केवल कप्तान के कहने पर ही दर्ज होगी
  • धोखाधड़ी का शिकार ग्राहक FIR तक नहीं कर सकता है.
  • आम्रपाली 60 हजार निवेशकों का 19 हजार करोड़ लूट चूका है.
  • बैंकों ने आम्रपाली का मुख्यालय तक जब्त कर लिया था.
  • लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है.
  • निवेशक 7 साल से दर-दर की ठोकर खा रहें हैं.
  • ऐसे में सवाल उठता है कि किसके दबाव में पुलिस आम्रपाली पर शिकंजा कसने से कतरा रही है
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें