आगामी 19 मार्च को योगी सरकार के एक साल पूरे हो रहे हैं। ऐसे में तमाम सरकारी विभागों ने अपने-अपने तरीके से विभिन्न प्रमुख योजनाओं व जनसुविधाओं को सरकार की सलाना उपलब्धियों से जोड़ते हुए इस दिन को खास बनाने की तैयारी में जोर-शोर से लगे हुए हैं। इस कड़ी में उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम और परिवहन विभाग से जुड़ी दो प्रमुख उपलब्धियों की बात करें तो पहला राजधानी में निर्माणाधीन आलमबाग मॉडल बस स्टेशन और दूसरा टीपीनगर आरटीओ सारथी भवन इस खास मौके पर नहीं शुरू हो सका। ऐसे में प्रदेश की तो छोड़िये, राजधानी लखनऊ में हर खासोआम पब्लिक से सीधे तौर पर जुड़ी उपरोक्त दोनों योजनाओं को ही संबंधित शासन-प्रशासन ऐसे सही व सटीक समय पर अमली जामा नहीं पहना सका।

टल सकता है रोडवेज का स्थापना दिवस समारोह

19 मार्च को राजधानी के गोमतीनगर इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित होने वाली परिवहन निगम का स्थापना दिवस समारोह टल सकता है। अभी तक सरकार के एक साल पूरे होने को लेकर इसी दिन यूपी रोडवेज का स्थापना दिवस समारोह मनाने की तैयारी चल रही थी। लेकिन गोरखपुर व फूलपुर लोकसभा उपचुनाव के नतीजे सरकार के विपरीत आने के बाद सारी स्थितियां पलट गयी हैं।

दरअसल, परिवहन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार स्वतंत्र देव सिंह उन प्रमुख मंत्रियों में शामिल थे जिन्हें फूलपुर लोस उपचुनाव में पार्टी के तरफ से चुनाव संगठन की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी। राजनीतिक जानकारों की मानें तो अब जबकि परिणाम उल्टे आ गये हैं, ऐसे में परिवहन मंत्री भी पार्टी आलाकमान का सामना करने से बचेंगे। विभागीय मंत्री जब अपनी पोजीशन को लेकर बैक डोर की स्थिति में रहेंगे तो फिर विभाग कैसे अपना स्थापना दिवस मना सकता है। वहीं इस बात की चर्चा गुरूवार को रोडवेज मु यालय पर भी खूब रही, हालांकि स्थापना दिवस समारोह के मद्देनजर अफसरों का ड्यूटी चार्ट बनकर तैयार हो गया था।

अटका पड़ा है आरटीओ सारथी भवन

टीपीनगर आरटीओ परिसर में तैयार हो रहे सारथी भवन में बीते तीन साल से निर्माण कार्य चल रहा है। बिल्डिंग बनाने का काम शासन द्वारा समाज कल्याण विभाग के कंस्ट्रक्शन विंग को दिया गया जिसके लिये एक करोड़ 53 लाख व 42 हजार रूपये का बजट बनाया गया। दरअसल, सारथी भवन की आधार शिला इसलिये रखी गयी थी कि डीएल संबंधी हर प्रकार के कार्य यहीं से होंगे ताकि आवेदकों को सहूलियत मिल सके और आरटीओ कार्यालय में एक ही स्थान पर अनावश्यक लोगों की भीड़-भाड़ न हो।

शुरूआती दौर में सारथी भवन का निर्माण कार्य तेजी से शुरू हुआ, पर बीच में कुछ न कुछ अड़चनें आती गईं। अब योगी शासन के एक वर्ष पूरे हो रहे हैं, ऐसे में लखनऊ वासियों को पूरी उम्मीद थी कि सारथी भवन में कामकाज शुरू हो जायेगा, लेकिन अभी ऐसा होता नहीं दिख रहा है। वहीं यहां निर्माण कार्य देख रहे समाज कल्याण के जेई सुभाष के अनुसार उनकी तरफ से विभागीय प्रशासन को सारथी भवन का काम पूरा होने का प्रपत्र दे दिया गया है। हालांकि अभी भी सारथी भवन में बिजली कनेक्शन से लेकर फर्नीचर व अन्य मूलभूत सुविधायें नहीं शुरू हो पायी हैं।

जब सालाना गिफ्ट हो सकता था आलमबाग बस स्टेशन

वातानुकूलित कैसरबाग बस स्टेशन के बाद यूपी रोडवेज ने आलमबाग बस स्टेशन को नये सिरे से तैयार कराने की पहल शुरू की। वर्तमान में इस निर्माणाधीन बस स्टेशन को लेकर काफी सारा निमार्ण कार्य भी हो चुका है, मगर बावजूद इसके प्रदेश सरकार अपने एक वर्ष के कार्यकाल के मद्देनजर शहर वासियों को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस यह मॉडल बस स्टेशन बतौर सालाना गिफ्ट नहीं दे पायेगी। बस स्टेशन का अंडरग्राउंड एरिया तो लगभग बनकर तैयार है, मगर यहां भी फर्निशिंग के अलावा कई मूल सुविधायें शुरू करना रोडवेज प्रबंधन के लिये खासी चुनौती है।

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