समाजवादी पार्टी ने बीते चुनावों में मिली हार को भुलाते हुए 2019 के लोकसभा चुनावों की तैयारियां करना शुरू कर दिया है। इसके लिए आज समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ के जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट में विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है। अखिलेश जानते हैं कि अकेले दम पर भाजपा को हराना बहुत मुश्किल है। मगर इस बैठक में एक ऐसा चेहरा आने जा रहा है जिसकी किसी ने कल्पना नहीं की होगी।
कई दलों को दिया गया न्यौता :
विपक्षी दलों की इस बैठक में शामिल होने का न्यौता सभी दलों को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की तरफ से भेजा गया है। अगर सभी दल इस बैठक में उपस्थित हुए तो ये दशकों बाद ये नजारा देखने को मिलेगा। सूत्रों के मुताबिक, बैठक में सहमती बन जाने पर उपचुनाव की दोनों सीटों पर विपक्ष का साझा प्रत्याशी उतारा जायेगा।
विपक्षी एकता है जरूरी :
सपा अध्यक्ष अखिलेश ने कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी, राष्ट्रीय लोकदल, कम्यूनिस्ट पार्टी बैठक का बुलावा भेजा है। उन्होंने कहा है कि आगामी लोकसभा उपचुनाव के मद्देनजर संपूर्ण विपक्ष की एकता जरुरी है। ऐसे में 6 जनवरी की बैठक के बाद यह साफ हो जाएगा कि विपक्ष को एकजुट कर भाजपा को रोकनी की ये सपा की रणनीति कितना काम करती है। हालाँकि बसपा का कोई भी उपचुनाव न लड़ने का इतिहास रहा है, ऐसे में अगर विपक्ष एकजुट हुआ तो बसपा उस प्रत्याशी को समर्थन देगी कि नहीं।
आम आदमी पार्टी ने भेजा अपना प्रतिनिधि :
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज लखनऊ के जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट में अखिलेश यादव ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इस बैठक में आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी को निमंत्रण पत्र दिया गया था। इस आप के प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने पार्टी नेता गौरव महेश्वरी को इस बैठक में जाने को कहा है। इस बैठक में गौरव महेश्वरी आम आदमी पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे।