"कुश्ती हमें स्वस्थ रखने में सबसे ज्यादा मददगार खेल है" ये बात रायबरेली के मुड़िया डीह आश्रम में बीते 22 वर्षों से लगातार विराट दंगल का आयोजन करा रहे श्री कृष्ण महाराज ने कही.

श्री कृष्ण महाराज ने कहा कि जहाँ एक तरफ दंग़ल का खेल धीरे धीरे अपना अस्तित्व खोता जा रहा है. वहीं हमारी वैदिक व पुरानी परंपराएं धीरे-धीरे लुप्त होती जा रही है. ऐसे आयोजनों से पुरानी परंपराओं को बढ़ावा के साथ साथ उन्हें लुप्त होने से बचाना ही उद्देश्य है।

22 वर्षों से प्रतिवर्ष होता है आयोजन

रायबरेली के मुड़िया डीह आश्रम में पिछले 22 सालों से लगातार करवा चौथ के बाद पड़ने वाले सोमवार को इस खेल को आयोजित किया जाता रहा है.

इस दंगल में कई प्रांतों के पहलवान अपना दांव आजमाते है। इस दंगल में मुख्य अतिथि भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य सुधीर हलवासिया रहे।

दंगल को देखने के लिए दूर-दूर से हजारों की संख्या में लोग आए हुए थे, प्रत्येक वर्षों की तरह इस बार भी दंगल का आयोजन हुआ जो कि देर शाम तक चलता रहा।

कुश्ती में हैं अपार संभावनाएं : हलवासिया

मीडिया से बात करते हुए हलवासिया ने बताया कि केंद्र कि मोदी सरकार खेलों पर विशेष ध्यान दे रही है कुश्ती ऐसा गेम है जिससे शरीर तो स्वस्थ रहता ही है साथ ही संभावनाएं भी बहुत हैं.

उन्होंने बताया की रायबरेली की बेटी सुधा सिंह ने इस बार एशियन गेम में देश का नाम रोशन किया है. वैसे ही कुश्ती में भी अपार संभावनाएं हैं, जिससे देश के लिए कुछ किया जा सकता है और ऐसे आयोजनों से खेल भावना को बढ़ावा मिलता है।

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