लखनऊ. साल में दूसरी बार आईएएस वीक को लेकर सोशल मीडिया पर सरकार की कड़ी आलोचना हो रही है। पहली बार आईएएस वीक मार्च में हुआ था। दूसरी बार दिसम्बर में फिर मनाने की तैयारी की जा रही है। लोगों का कहना है कि वर्तमान समय में प्रदेश में कोई काम सही से नहीं हो रहे हैं। डेंगू की महामारी से प्रदेशवासी त्रस्त हैं। डेंगू ने सैकड़ों जिंदगियां निगल लीं लेकिन सरकार आईएएस वीक करने की तैयारी में जुटी है। और तो और विकास दर में भी लखनऊ 39वें से खिसककर 64वें पायदान पर आ गया है विडम्बना यह होगी कि प्रदेश की राजधानी जौनपुर, बाँदा और चंदौली जैसे जिलों से भी पीछे है

सोशल मीडिया पर चर्चाओं का दौर गरम

  1. दरअसल ट्वीटर पर ईटीवी के सीनियर एडिटर ब्रजेश मिश्रा ने एक पोल कराया था जिसमें यह पूछा गया था कि क्या साल में दूसरी बार आईएएस वीक मनाना कितना सही है इसमें 61 प्रतिशत लोगों ने कहा है कि क्योकि सरकार नहीं लौट रही है जबकि 39 प्रतिशत लोगों का मानना है कि यह इलेक्शन ड्यूटी का समय है

2. सैफई महोत्सव न होने को लेकर कसा गया तंज

3.  बताया चिराग तले अँधेरा

4. जतना पस्त अधिकारी मस्त

प्रदेश में एक के बाद एक समस्याएं बढ़ रहीं हैं चाहें वह डेंगू हो या फिर बढ़ता क्राइम रेट,  प्रदेश की जनता समस्याओं से जूझ रही है वहीं वर्तमान समय में प्रदेश की हवा भी जहरीली हो गई है लेकिन सरकार साल में दो बार आईएएस वीक मनाने कि तैयारी करने जा रही है

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