2019 के लोकसभा चुनावों की सभी पार्टियों ने तैयारी शुरू कर दी है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठकर चुनावी रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। इसके अलावा बसपा के साथ गठबंधन पर भी चुनाव लड़ने वाली सीटों पर सपा मंथन शुरू हो गया है। भाजपा जहाँ सपा और बसपा के साथ आने को उनका ठगबंधन कह रही है तो वहीँ यूपी के एक बड़े सामाजिक संगठन इस गठबंधन को अपना समर्थन देकर चर्चाएँ शुरू कर दी है।

PAC ने दिया समर्थन :

2019 के लोकसभा चुनाव में राजनीतिक दलों के साथ अब सामाजिक संगठनों ने दिलचस्पी लेना शुरू कर दिया है। उत्तर प्रदेश के हिस्से वाले बुंदेलखंड अंचल की 19 विधानसभा और 4 लोकसभा सीटों में अनुसूचित जाति और पिछड़े वर्ग के मतदाताओं के बीच अपनी मजबूत पकड़ बनाने वाले सामाजिक संगठन ‘पब्लिक एक्शन कमेटी’ (पीएसी) की प्रमुख श्वेता मिश्रा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में उनका संगठन बुंदेलखंड की सभी चारों लोकसभा सीटों पर सपा और बसपा के गठबंधन को बिना शर्त समर्थन देगा। उन्होंने कहा कि सिर्फ बसपा और सपा का गठबंधन ही देश को बचा सकता है।

किसान कर रहे हैं खुदखुशी :

पीएसी प्रमुख श्वेता मिश्रा ने कहा कि केंद्र और राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की सरकार सिर्फ जुमलेबाजी करके सत्ता में आई है। आज तक किसी के खाते में बीजेपी ने 15 लाख रुपये नहीं भेजे और ‘कर्ज’ और ‘मर्ज’ से परेशान किसानों की खुदकुशी लगातार जारी है। उन्होंने कहा कि जुमलेबाजी में एक बार धोखा दिया जा सकता है, बार-बार नहीं। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड़ में चार लोकसभा सीटों में 19 विधानसभा सीटें है जो भाजपा के पास हैं लेकिन भाजपा के विधायकों और सांसदों ने जनता को ठगने का काम किया है। श्वेता मिश्रा ने कहा कि उनका संगठन 2022 के विधानसभा चुनाव में पांच सीटों पर आपसी तालमेल से उम्मीदवार भी उतारेगा।

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