बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी, राष्ट्रीय सचिव मेवालाल और रामअचल राजभर समेत एक हजार बसपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए एक अर्जी दाखिल की गयी है।
कोर्ट ने रिपोर्ट तलब की:
- बसपा नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी व अन्य बसपा नेता और कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने को लेकर एक अर्जी दाखिल की गयी थी।
- मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट संध्या श्रीवास्तव ने दाखिल अर्जी की सुनवाई में हजरतगंज थाने से 28 जुलाई तक रिपोर्ट तलब की है।
- इस अर्जी को एक स्थानीय वकील सुनीता तिवारी ने दाखिल किया है।
- जिसमें हजरतगंज चौराहे पर एकत्र होकर माइक पर महिलाओं के लिए अमानवीय भाषा का प्रयोग किया था।
- अर्जी में यह भी आरोप लगाया गया है कि, इस तरह के शब्द समाज के विभिन्न वर्गों में शत्रुता फैलाने का काम करते हैं।
- साथ ही सार्वजनिक रूप से महिलाओं की लज्जा भंग करने की शिकायत भी अर्जी में कही गयी है।
- साथ ही अर्जी में बसपा नेताओं और करीब एक हजार कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग भी की गयी है।
- याचिका में बसपा सुप्रीमो मायावती को भी विपक्षी पक्षकार बनाया गया है।
- गौरतलब है कि, याची स्वयं एक प्रत्यक्षदर्शी है, उनके अनुसार, 21 जुलाई 2016 को हजरतगंज से गुजरते वक़्त जब याची ने बसपा कार्यकर्ताओं को इस कृत्य से रोका तो सुनीता को भी जान से मारने की धमकी भी दी गयी।
- जिसके बाद मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने हजरतगंज थाने से रिपोर्ट तलब की है।