उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिला में फ्रांस के सहयोग से दादर कला गांव में 75 मेगावाट का सोलर एनर्जी प्लांट लगाया गया है। तीन दिवसीय दौरे पर भारत आए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को इसका उद्घाटन किया। फ्रांस के सहयोग से देश में ये पहला पॉवर प्लांट लगाया गया है।

तीन लाख से अधिक सोलर प्लेट प्लांट में लगी

प्रोजेक्ट ऑपरेटर प्रकाश कुमार के मुताबिक सूर्य की रोशनी के साथ एनर्जी जनरेट होगी और रोशनी खत्म होते प्लांट अपने आप बंद हो जाएगा। बता दें कि इस सोलर प्लांट में 3,18, 650 सोलर प्लेट्स हैं। हर सोलर प्लेट 315 वाट बिजली बनाएगी। 650 करोड़ रुपए की लागत से 382 एकड़ में यह प्लांट 18 महीने में बना। स्विच बंद करने या चालू करने की जरूरत नहीं होगी। इस सोलर प्लांट सेे बिजली जिगना के 132 केवी पावर हाऊस को सप्लाई की जाएगी। मिर्जापुर ए और बी खंडों में बांटकर बिजली दी जाएगी। बची बिजली इलाहाबाद में सप्लाई होगी। मिर्जापुर के दादर कला गांव में बने इस प्लांट की सबसे खास बात ये कि इसे 382 एकड़ की पथरीली जमीन पर बनाया गया है। जिससे कृषि उत्पादित भूमि का नुकसान नहीं हुआ।

250 मजदूरों ने लगातार काम कर बनाया प्लांट

इस सोलर प्लांट की अगर खासियत की बात करें तो इसमें 3,18, 650 सोलर प्लेट्स लगाई गई हैं। प्लांट में, 315 वाट की प्रत्येक प्लेट 650 करोड़ लागत आई है। 382 एकड़ पथरीली भूमि पर सोलर प्लांट बनाया गया है। 250 मजदूरों ने लगातार काम करके सोलर प्लांट को बनाया है। 18 महीने में बनकर तैयार हुए सोलर प्लांट में 18 एक्सपर्ट्स लगे। इस प्लांट द्वारा 1.5 लाख घरों को प्रतिदिन बिजली देने की क्षमता है। 5 लाख यूनिट बिजली रोज उत्पादित होगी। प्लांट से 40 लाख यूनिट प्रतिदिन की खपत मिर्जापुर में है।

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