प्रदेश के बाराबंकी में जिले में जहरीली शराब का तांडव जारी है। इस दौरान शराब पीने से एक युवक की मौत हो गयी। जबकि चार लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है। सभी चारों लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

आबकारी विभाग नहीं कर रहा कार्रवाई

राजधानी से तकरीबन 22 किलों मीटर की दूरी पर स्थित जिला बाराबकी में आबकारी विभाग के नाक के नीचे अवैध शराब की भट्टियां धधक रही है। इन भट्टियों को लेकर न तो जिला प्रशासन काई कार्रवाई कर रहा है। न ही अबकारी विभाग जिसके चलते इलाके के लोगों पर जहरीली शराब ने अपना काबू पा लिया है। लोगों के जहरीली शराब पीकर मौत होने का सिलसिला नहीं रुक रहा है। एक के बाद एक लोगो की जान जा रही है। लेकिन जिला प्रशासन बेसुध है। आज जिले के देवा कोतवाली इलाके के गांव ढिंढोरा में जहरीली शराब पीने से एक युवक की जान चली गयी। जबकि चार लोगों की स्थित नाजुक बनी हुई है। वही अब इन सब घटनाओं को जिला प्रशासन दबाने की कोशिश कर रहा है। दरअसल इलाके के दागी आबकारी निरीक्षक ओंकार अग्रवाल के इशारे पर यहां भट्टियां धंधकती है।

मौतों का लगातार सिलसिला बढ़ रहा है

यहां आपको ये भी बता दें कि प्रदेश का ये कोई पहला मामला नहीं है। जहां जहरीली शराब पीने से मौते हुए हो। इससे पहले भी जिले मे आय़े दिन मौते हो रही है। लेकिन न तो आबकारी टीम और न जिले की इन अवैध शराब के खिलाफ कोई शिंकजा कस रही है।

प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (यूपीकोका) विधेयक को सदन विधानसभा में पेश किया। विपक्ष ने एक सुर से इस विधेयक को काला कानून करार दिया। आदित्यनाथ ने यूपीकोका विधेयक अचानक सदन में पेश कर दिया। हालांकि सदन की कार्यसूची में पहले यह शामिल नहीं था, लेकिन सत्ता पक्ष की ओर से पेश किए गए इस विधेयक से विपक्ष चकरा गया। प्रदेश सरकार ने इस कानून के जरिये हो रही मौतों को रोकने की बात की थी।

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