Uttar Pradesh News, UP News ,Hindi News Portal ,यूपी की ताजा खबरें
Uttar Pradesh

हरदोई: कंधों पर टांग कर मरीज को जिला कारागार लेकर पहुंची संवेदनहीन पुलिस

police cops carrying injured patients on shoulders to Hardoi jail

police cops carrying injured patients on shoulders to Hardoi jail

यूपी के हरदोई जिला के माधौगंज थाने की पुलिस का अमानवीय चेहरा बुधवार को देखने को मिला। जब एक पीड़ित को पहले तो आरोपी बनाया गया। फिर जब मामला तूल पकड़ने लगा तो जिला अस्पताल से उठाकर उसे जेल भेजने की कोशिश की गई। लेकिन मरीज की हालत नाजुक देखकर जिला कारगार के डॉक्टर ने उसे इलाज के लिए लौटा दिया। बताया जा रहा है कि पिटाई के कारण युवक का आधा शारीर शून्य हो गया। पीड़ित के आधे शरीर ने काम करना बंद कर दिया।

[hvp-video url=”https://www.youtube.com/watch?v=djQAc8ORNYE&feature=youtu.be” poster=”https://www.uttarpradesh.org/wp-content/uploads/2018/05/Untitled-1-copy-14.jpg” controls=”true” autoplay=”true” loop=”true” muted=”false” ytcontrol=”true”][/hvp-video]

जब जेल के डॉक्टर ने मरीज को किसी न्यूरो से दिखने कि बात पर्चे में लिखी तो पुलिस कि सारी चाल फेल हो गयी। क्योकि हरदोई में न्यूरो सर्जन का आभाव है इसके चलते मजबूरन मरीज को लखनऊ रेफर करना पड़ा। अब पुलिस पीड़ित के साथ लखनऊ चली तो आई लेकिन अगर पीड़ित कि मौत हो गई तो उन्नाव कांड कि तरह हरदोई पुलिस कि भी फजीहत तय मानी जा रही है। हालांकि ग्रामीणों ने पुलिस पर झूठे मुक़दमे में फंसाने का आरोप लगाया है। इस मामले में एसपी विपिन कुमार का कहना है कि मामला संज्ञान में नहीं है, जाँच के बाद कार्रवाई कि जाएगी। अब देखने वाली बात होगी कि क्या पीड़ित को पुलिस न्याय दे पाती है या फिर खुद को बेगुनाह बता था पीड़ित ही जेल जायेगा, ये देखने वाली बात होगी।

पुलिस पर झूठे मुकदमे में फंसाने का आरोप

जानकारी के मुताबिक, मामला माधौगंज थाना के असमा मजरा पहुतेरा का है। यहां के ग्रामीण खुशीराम ने पुलिस पर झूठे मुकदमे में फंसाने का आरोप लगाया है। पीड़ित के मुताबिक उसे ही दबंगों ने पीटा। जब उसने शिकायत की तो पुलिस ने उसे ऊपर ही दबंगोें की ओर से टेड़खानी का मामला दर्ज कर आरोपी बना दिया। जब बुधवार को मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में पहुंचा तो इस पर पुलिस कर्मी उसे जिला अस्पताल से जिला कारगार ड्टोजने के लिए एक आटो रिक्शा पर लादकर ले गए। जब उसके पैर जमीन नहीं लगे तो पुलिस कर्मी उसे दोनों ओर से कंधों पर लादकर जिला कारगार के अंदर दाखिल हुए। लेकिन वहां पर जब डॉक्टर ने आरोपी खुशीराम की नाजुक हालत देखी तो जिला अस्पताल में इलाज के लिए ड्टोज दिया। जेल के अंदर रखने से इंकार कर दिया। इस पर पुलिस कर्मियों दोबारा उसे मजबूरी में लाकर जिला अस्पताल में ड्टार्ती कराया।

डॉक्टरों के इलाज पर ड्टाी उठी उंगली

खुशीराम को पहले जिला अस्पताल के वार्ड नम्बर चार में ड्टार्ती किया गया। जहां पर सर्जन डॉक्टर ने उसे देखने के बाद हड्डी विड्टााग के डॉक्टर के लिए रेफर किया। जब हड्डी विड्टााग के डॉक्टर ने उसे देखा तो उन्होंने लखनऊ रेफर करने के बजाए न्यूरोफिजीशियन के लिए लिखा है। पीड़ितों के अनुसार हर कोई अब उससे पल्ला झाड़ रहा है।

ये भी पढ़ें- काकोरी में आम के बाग की रखवाली कर रहे युवक की हत्या

ये भी पढ़ें- ठेंगे पर सुप्रीम कोर्ट और डीजीपी के निर्देश, अब इलाहाबाद में हर्ष फायरिंग में दो घायल

ये भी पढ़ें- एक लाख 16 हजार रुपये की वसूली के आरोप में दारोगा समेत तीन लाइन हाजिर

ये भी पढ़ें- शर्मनाक! कंधे पर ऑक्सीजन सिलेंडर, गोद में बच्चा लेकर भटकते रहे माता-पिता

ये भी पढ़ें- लखनऊ: चिनहट में ट्रक टैंकर की भीषण टक्कर, गैस लीक होने से हड़कंप

ये भी पढ़ें- युवती ने सीओ सिटी पर लगाया हत्या की धमकी का आरोप, जारी किया ऑडियो

ये भी पढ़ें- बीमार पत्नी को 9 कि.मी. ठेलिया पर खींचकर ले गया पति, नहीं मिली एम्बुलेंस

ये भी पढ़ें- कुत्तों का आतंक: 9 मासूमों की मौत 18 घायल, ग्रामीणों ने की 30 कुत्तों की हत्या

ये भी पढ़ें- हरदोई में छोटा विजय माल्या: बैंक के डकारे करोड़ों रुपये, कुर्की करने पहुंची टीम

ये भी पढ़ें- योगी सरकार में आरएसएस चला रही है पुलिस थाने – रिहाई मंच

ये भी पढ़ें- कानपुर, इलाहाबाद और वाराणसी दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल

Related posts

एलडीए के गंगा अपार्टमेंट में आई दरारें, आवंटियों में दहशत

Vasundhra
8 years ago

चित्रकार गब्बर को मिला ‘जनपद गौरव सम्मान’

kumar Rahul
7 years ago

दो सगी बहन शोहदे के आतंक से घर में कैद रहने को मजबूर। पीएम सीएम से कई बार पीड़िता ने लगाई न्याय की गुहार। न्याय न मिलने पर खून से पीएम व सीएम को लिखी चिठ्ठी। न्याय न मिलने तक इसी तरह खून से चिट्टियां लिखने की कही बात। रायबरेली व बाराबंकी में पीड़िता ने दर्ज करवाए आरोपी शोहदे के विरुद्ध मुकदमे पर ऊंची पहुच के चलते अब तक शोहदे पर नही हुई कोई कार्यवाही। न्याय न मिलने पर परिवार सहित आत्मदाह की कही बात।

Ashutosh Srivastava
7 years ago
Exit mobile version