उत्तर प्रदेश के अमेठी जिला में खाकी आए दिन अपने कारनामों और बढ़ते अपराध को लेकर चर्चा में रहती है। लेकिन कभी-कभी ये खाकी वर्दी वाले सेवा भाव से भी गुज़रते हैं जिसकी चर्चा गांव, गली मोहल्लों में होती है कुछ ऐसा ही सराहनीय कार्य अमेठी के मुंसीगंज थाने की पुलिस ने किया, जिसकी अब क्षेत्र में चर्चा है।

सनद रहे के अमेठी जिले के थाना मोहनगंज अन्तर्गत गाँव भगवानदीन का पुरवा निवासी राम शंकर का बेटा लगभग 3 वर्ष पूर्व घरेलू नाराजगी के चलते घर से भाग गया। जिसके बाद परिजनों ने राजकुमार की काफी खोजबीन की। लेकिन राजकुमार का कहीं पता नहीं चला। अचानक मुंसीगंज थानांतर्गत गाँव बेहटा के ग्रामीणों ने देखा कि एक युवक दो दिन से क्षेत्र में घुम रहा था। ग्रामीणों ने इसकी जानकारी मुंसीगंज पुलिस को दिया।

मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक को ग्रामीणों से अपनी कस्टडी में लिया और फिर उससे घर का एड्रेस आदि कन्फर्म करने में जुट गए। काफी मशक्कत के बाद पुलिस टीम ने युवक के घर वालों से सम्पर्क किया। पहचान के बाद मुंसीगंज पुलिस ने युवक को उसके घर वालों से मिला दिया। युवक के परिजनों ने सकुशल पाकर मुंसीगंज पुलिस का धन्यवाद प्रकट किया और कहा के सब पुलिस वाले एक तरह के नहीं होते।

बता दें कि तत्कालीन आईजी जोन लखनऊ ए सतीश गणेश की पहल पर पुलिस प्रदेश के 11 जिलों में ऑपरेशन मिलन चलाया था। प्रदेश पुलिस की इस पहल के सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिले। विगत 28 अप्रैल 2016 को आईजी ने लखनऊ, उन्नाव, रायबरेली, अमेठी, फैजाबाद, सुल्तानपुर, अम्बेडकर नगर, सीतापुर, हरदोई, बाराबंकी और लखीमपुर खीरी के एसएसपी/ एसपी को इस सम्बन्ध में निर्देश देते हुए ऑपरेशन मिलन की शुरूआत करने के निर्देश दिये थे। लखनऊ जोन के इन 11 जिलों में 469 लोगों के अपहरण के मामले मिले। पुलिस की इस मुहिम के बाद से गुमशुदगी के कुल 469 मामलों में से 254 में सफलता हासिल हुई थी जो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है।

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