उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में डेढ साल पहले एक महिला के साथ हुए गैंगरेप के मामले में आरोपी अब तक पुलिस की पकड़ से दूर बेखौफ होकर घूम रहे है और न्याय की तलाश में पीड़िता दर दर भटक रही है लेकिन पुलिस हाथ पर हाथ रख कर बैठी हुई प्रतीत होती है, जिससे योगी सरकार में महिलाओं को न्याय मिलने की बातें खोखली नजर आ रही है।

पूरा प्रकरण:

मामला थाना टिकैतनगर क्षेत्र के ग्राम नबाबगंज मजरे चांदामऊ का है। लगभग एक साल पहले घटी गैंगरेप की एक घटना ने आम जन मानस को झकझोर कर रख दिया था. मामले को गंभीरता से लेते हुए टिकैतनगर पुलिस ने तीन लोगो के विरूद्ध रेप और दलित उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कर लिया था। लेकिन मामला मुकदमा दर्ज करने तक ही सीमित रहा आरोपी की आज तक गिरफ्तारी नही की गई।

महिला ने लगाया आरोप:

ग्राम नबाबगंज मजरे चांदामऊ की एक दलित महिला का आरोप है कि लगभग डेढ साल पूर्व वह गांव की ही एक महिला के साथ शाम को शौच के लिए गई थी तो वहां पर गांव के ही निवासी विनोद कुमार यादव, विजय बहादुर यादव तथा राम प्रकाश यादव ने तमंचे की नोक पर उसके साथ दुष्कर्म किया और विरोध करने पर जान से मारने की धमकी दी. गांव के ही एक व्यक्ति के आ जाने से तीनो फरार हो गए

पीड़िता ने स्थानीय थाने पर की थी शिकायत:

पीड़िता ने स्थानीय थाने में प्रार्थनापत्र देकर न्याय की गुहार लगाई लेकिन कोई सुनवाई नही हुई और फिर पीड़िता न्याय की गुहार लेकर न्यायालय की शरण पहुंची।

न्यायालय के आदेश पर टिकैतनगर पुलिस ने विनोद कुमार, विजय कुमार यादव तथा रामप्रकाश यादव के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या 76/2017 की धारा 376 डी, 3 (2)वी अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (नृशंसता निवारण ) अधिनियम 1989 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया लेकिन आरोपियों की गिरफ़्तारी आज तक नही की गई ।

आरोपियों के हौसले बुलंद:

पीड़िता का कहना है कि गिरफ्तारी न होने से आरोपियों के हौसले बुलंद है और वे उसे तथा उसके परिवार को जान से मार देने की धमकी देते हुए घूम रहे है। पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थनापत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है ।

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