पुलिस के कार्यप्रणाली को लेकर आए दिन सरकार पर सवाल उठते रहते है। यहां तक कि उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने भी सवाल खड़ा किया था। ताजा मामला बाराबंकी जिले का है, जहां एक किशोरी को पुलिस जांच व बयान दर्ज कराने के नाम पर पिछले 6 दिनों से थाने में बैठा रखा है। बताया जा रहा है युवती का अपहरण हो गया था जिसके बाद परिजनों ने मुकदमा दर्ज कराया था। वहीं परिजनों का आरोप है कि पुलिस मामले में समझौता कराने का दबाव बना रही है।

समझौता करने का दबाव बना रही है पुलिस

जानकारी के मुताबिक बाराबंकी जिले के सुबेहा थानातंर्गत भटगवां की एक किशोरी का 30 मार्च को अपहरण हो गया था। किशोरी के परिजनों ने थाने में किशोरी के अपहरण करने का मुकदमा दर्ज कराया था। जिसके बाद पुलिस ने 2 अप्रैल को किशोरी के बरामदगी कर ली थी। जिसके बाद से ही पुलिस ने किशोरी को पुलिस जांच व बयान दर्ज कराने के नाम पर उसको पिछले 6 दिनों से थाने में बैठाये रखा है। परिजनों का आरोप है कि पुलिस समझौता कराने के लिए उनको धमका रही है और समझौता न करने पर उनकी बेटी को उन्हें नहीं सौंपा जा रहा है।

मेडिकल परीक्षण होता रहेगा

जब इस मामले को एसओ सुबेहा जितेंद्र सिंह से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया अभी कुछ विधिक कार्यवाही बाकी है और रही मेडिकल परीक्षण की बात तो वो होता रहेगा। वहीं हैदरगढ़ क्षेत्राधिकारी समर बहादुर सिंह का कहना है कि मेडिकल सप्लीमेंट्री बाकी है आवश्यक कार्यवाही के बाद जल्द ही किशोरी को परिजनों के सुपुर्द कर दिया जायेगा।

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