गोली के निशान मिटे भी नही और पुलिस ने एफआर लगाकर अदालत में सबमिट कर दी। पीडित पक्ष आज एसएसपी से मिलने पहुँचे लेकिन किसी कारण वस पीड़ित एसएसपी से नही मिल सके।लेकिन एसएसपी कार्यलय में प्रार्थना पत्र देकर दोबारा मामले की मांग की।

मामला मेरठ के थाना रोहटा क्षेत्र के कैथवाडी गांव का है। बीते 22 फरवरी को कैथवाडी निवासी अजय कुमार अपने किसान पिता श्याम सिंह के लिए घर से दूध लेकर जा रहे थे। उसी समय उन्होने देखा की गांव के राजपाल, राहुल और शनि ने उनके पिता को गोली मार दी। इस मामले में तीनों के खिलाफ जानलेवा हमले का केस दर्ज हुआ।

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केस की जांच रोहटा थाने में तैनात इंस्पेक्टर रामचंद्र ने की। जांच में रामचंद्र ने एफआर लगा दी।  जिसके बाद उच्च अफसरों से मिलकर इसकी दोबारा जांच कराई गयी। अब मामले की जांच एसआइ राघव को सौंपी गयी। एसआइ ने भी मामले में एफआर लगाकर अदालत में सबमिट कर दी।

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पूरे मामले में अदालत में लगायी गयी एफआर में पुलिस ने मामले को दूसरी ही दिशा प्रदान कर दी। पुलिस ने एफआर में जानलेवा हमले में तंमचे से चलायी गयी गोली को चाकू  में तब्दील कर दिया साथ ही अजय ने अपने पिता का इलाज मेरठ के सामुदायिक स्वास्थय केन्द्र रोहटा, में कराया था जिसकी मेडिकल रिपोर्ट भी पुलिस को दिखायी। मेडिकल रिपोर्ट में भी हमला तंमचे से निकली गोली से ही हुआ है। लेकिन मेरठ की लापारवाह पुलिस के कारण आज पीडित दरबदर की ठोकर खा रहे है। और आरोपी खूले आम घूम रहे है।

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