जहां आए दिन यूपी पुलिस अपने कार्यों को लेकर बदनामी का सामना करते हैं। वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो खाकी पर लगने वाले दाग को अपनी ईमानदारी से धोते हैं। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले का है. जहाँ एक पुलिसकर्मी ने ईमानदारी की मिशाल कायम की है. पुलिसकर्मी ने अपनी ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वाहन करते हुए प्रदेश में पुलिस विभाग और वर्दी की मर्यादा का खयाल रखते हुए बड़े ही ज़िम्मेदारी के साथ अपनी ड्यूटी निभाई.

पुलिसकर्मी को एटीएम में फंसे मिले 10 हजार रूपए: 

मामला गोण्डा के अम्बेडकर चौराहे का है, जहां एक्सिस बैंक के ATM मशीन से कैश निकालने पहुंचे पुलिस ड्राइवर दिनेश कुमार यादव ने जैसे ही कैश निकालने के लिए अपने ATM कार्ड का इस्तेमाल करना चाहा, तभी उनकी नज़र ATM कैश मशीन में पहले से फंसे 2 हज़ार की नोटों पर पड़ी. पुलिस कर्मी को कुल दस हज़ार रुपए एटीएम मशीन में फंसे मिले.

ये पैसे उनसे पहले किसी दूसरे ने निकाले थे, जो किसी तकनीकी कारणों से ATM कैश बोर्ड में ही फंसे रह गए थे। पुलिस कर्मी ने उन पैसों को अपने पास रखने के बाद फिर अपने ATM कार्ड का इस्तेमाल कर खुद के लिए दो हज़ार कैश निकाले।

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इसके बाद पुलिस कर्मी अपनी ईमानदारी का परिचय देते हुए एक्सिस बैंक के ब्रांच पहुंचा और वहां बैंक मैनेजर से मिलकर ATM में फंसे दस हज़ार रुपए बैंक के हवाले कर दिया. इसके साथ ही उसने उन पैसों को लिखित तौर पर उस व्यक्ति को सौंपे जाने की बात कही.

इस घटना की सूचना जब पुलिस के आला अधिकारियों तक पहुंची तो उन्होंने ड्राइवर दिनेश कुमार यादव जो कि तरबगंज क्षेत्राधिकारी का ड्राइवर है, को एसपी दफ़्तर बुलाया.

जहां जिले के कप्तान लल्लन सिंह ने ईमानदारी की मिशाल पेश करने वाले और अपने कर्तव्यों का निष्ठा से पालन करने वाले पुलिस कर्मी से मिलकर उसके कार्य की सराहना की. इतना ही नही पुलिस ड्राईवर दिनेश यादव की ईमानदारी के लिए पुलिस अधिक्षक ने ‘कॉप ऑफ द मंथ’ बनाए जाने की घोषणा की।

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