उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में रविवार को भ्रष्टाचार की पोल उस समय खुल गई जब एक निर्माणाधीन 4 मंजिला इमारत गिर जाने से इस हादसे में 10 से 11 लोग मलबे के नीचे दब गए। बिल्डिंग गिरने चारो ओर हाहाकार मच गया। स्थानीय लोग मदद के लिए दौड़े और पुलिस को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही कई थानों की पुलिस, एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। एसएसपी गाजियाबाद ने बताया कि मलबे को जेसीबी की मदद से हटाया जा रहा है। अब तक मलबे में दबे पांच लोगों को निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस, प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई और राहत-बचाव का कार्य जारी है। इस हादसे में अभी तक किसी के मारे जाने की खबर नहीं है।

बारिश के कारण राहत बचाव कार्य में आ रही दिक्कत

जानकारी के मुताबिक, यह घटना मसूरी के मिसलगढ़ी की है। गाजियाबाद के आकाशनर इलाके में डासना रेलवे ओवरब्रिज के पास 4 मंजिला इमारत गिर गई है। इस हादसे के तुरंत बाद 5 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है जिसमें 2 बच्चे शामिल है। घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं राहत-बचाव का कार्य जारी है। इमारत के मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका है। बचाव के काम में NDRF के साथ लोकल पुलिस लगी है। दिल्ली NCR में लगातार बारिश होने के कारण राहत बचाव के काम में देरी हो रही है। ये खबर भी सामने आ रही है कि इमारत को अवैध तरीके से बनाया जा रहा था और इसमें घटिया किस्म के सामान का प्रयोग किया जा रहा था। फिलहाल प्रशासन और मेडिकल टीम मौते पर पहुंच कर स्थिती को संभालने में जुटी है।

लगातार जारी है बिल्डिंग गिराने का सिलसिला

21 जुलाई 2018 को नोएडा के फेस-3 थाना क्षेत्र के सेक्टर 63 ए में एक निर्मांणाधीन मकान की दीवार गिरने से एक बच्चे की मौत हो गई थी जबकि तीन अन्य लोग घायल हो गये थे।
18 जुलाई 2018 को उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिला के ग्रेटर नोएडा वेस्ट के शाहबेरी में एक बिल्डिंग गिर गई थी, जिसके मलवे से नौ शव निकाले गए थे।

मानकों को ताक पर रखकर बनाई जा रही थी बिल्डिंग

बताया जा रहा है कि इसी जमीन पर कॉलोनाइजर ने अवैध बिल्डिंग का निर्माण किया था। इसमें सेफ्टी नियमों का ध्यान नहीं रखा गया। घटिया निर्माण सामग्री लगाई गई और मानकों का उल्लंघन किया गया। इसके चलते यह बिल्डिंग भरभराकर गिर गई। उस समय बिल्डिंग में काफी मजदूर मौजूद थे। घटना के बाद मौके पर भगदड़ मच गई। आसपास के लोग भी मौके पर पहुंचे। बताया जा रहा है कि मलबे में काफी लोग दबे हुए हैं। घायलों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है।

बड़ी संख्या में हो रहा अवैध निर्माण

बता दें कि ग्रेटर नोएडा, शाहबेरी, गाजियाबाद सहित कई जगहों पर बिल्डरों को अपने प्रॉजेक्ट शिफ्ट करने पड़े। ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने इस एरिया में निर्माण कार्य पर रोक लगाई हुई है। इसके बावजूद यहां बड़ी संख्या में अवैध निर्माण हो रहा है। यहां किसानों से जमीन लेकर कई-कई मंजिला इमारतें बना दी गईं हैं। फ्लैट बनाकर लोगों को बेचा जा रहा है। लोगों को बताया जा रहा है कि यह जमीन ग्रेनो के सेक्टर 4 में है। साथ ही फ्रॉड के भी कई मामले सामने आ चुके हैं। किसानों ने अभी तक ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी का मुआवजा भी वापस नहीं किया है। आरोप है कि अधिकारियों की मिलीभगत से बिल्डर लगातार घटिया निर्माण करवा रहे हैं।

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