राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर थाने की पुलिस की गुंडई का शिकार एप्पल कंपनी के एरिया सेल्स मैनेजर (नार्थ) विवेक तिवारी को लेकर देश व प्रदेश में गम का माहौल है। लोग पुलिस के प्रति जहां आक्रोशित होकर सोशल मीडिया पर भड़ास निकाल रहे हैं। वहीं इस घटना से मासूम बच्चों को भी गहरा सदमा लगा है। पुलिस की दहशत अब यूपी के कोने कोने के बच्चों के भीतर घर कर गई है। ये हम नहीं बल्कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पोस्टर इसका जीता जगता उदाहरण हैं।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]पापा की गाड़ी पर बेटी ने पोस्टर लगाकर की अपील [/penci_blockquote]
सोशल मीडिया पर एक बच्ची के हाथ में “पुलिस अंकल! आप गाड़ी रोकेंगे तो पापा रुक जाएंगे, प्लीज गोली मत मारियेगा” लिखा एक पोस्टर वायरल हो रहा है। पोस्टर में मासूम सी दिख रही बच्ची वाराणसी की मासूम छात्रा अंशिका सिंह हैं। उन्होंने पोस्टर पर लिखा ‘पुलिस अंकल… आप गाड़ी रोकेंगे तो पापा रुक जाएंगे, प्लीज गोली मत मारिएगा।’ बता दें कि शुक्रवार को लखनऊ में सिपाही ने विवेक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद से आम लोगों के मन में यूपी पुलिस का खौफ घर कर गया है। अंशिका सिंह ने अपने पापा की गाड़ी पर यह पोस्टर लगाया है।

Poster Viral School Girl Anshika Singh Appeal Vivek Tiwari murder-1

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]घटना से मैं डर गई है मासूम बेटी [/penci_blockquote]
अपने पापा की गाड़ी के अलावा लक्सा स्थित एक पार्किंग में अन्य गाड़ियों में पोस्टर लगाया तो लोगों ने उनसे पूछा आप ऐसा क्यों कर रही हो तो अंशिका ने कहा कि कल की घटना से मैं डर गई हूं। उसने बताया कि मेरे पापा अक्सर काम से देर रात घर आते हैं, लेकिन अब उनका घर देर आने से मुझे डर लगने लगा है। कहीं पुलिस उन्हें भी गोली न मार दे। ऐसे में मैंने ये पोस्टर बनाया है और पापा की कार के आगे-पीछे लगा दिया है, ताकि पुलिस अंकल उसे पढ़ लें और पापा को गोली न मारें। इसके बाद पूर्व पार्षद रविकांत विश्वकर्मा भी अपनी गाड़ी से हर चौराहे और हर पिकेट पर जनता को जागरूक कर रहे हैं।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]सोशल साइट्स पर फोटो पोस्ट कर रहे बच्चे [/penci_blockquote]
गौरतलब है कि विवेक शुक्रवार को आईफोन Xs की लॉन्चिंग के बाद अपनी एक महिला साथी को देर रात उसके घर छोड़ने जा रहे थे। शहर के गोमती नगर इलाके में लखनऊ पुलिस के दो सिपाहियों प्रशांत चौधरी और संदीप ने उनका पीछा कर रुकने के लिए कहा। उनके न रुकने पर प्रशांत चौधरी ने उनके चेहरे पर गोली मार दी थी। मीडिया में पुलिस की इस हरकत की जबरदस्त आलोचना होने के बाद दोनों पुलिस वालों के खिलाफ मुकदमा दायर कर जेल भेज दिया गया, लेकिन इससे पुलिस के लिए लोगो मे ज़बरदस्त गुस्सा है और उस गुस्से का इज़हार सोशल साइट्स पर भी देखा जा सकता है। विवेक की दो छोटी बच्चियां शिवी और शानू हैं। कई जगह तमाम लोग इन पोस्टरों को उठाये हुए अपने बच्चों की तस्वीर भी सोशल साइट्स पर पोस्ट कर रहे हैं। लखनऊ के साथ-साथ सोशल मीडिया पर वायरल हुए ये पोस्टर आम लोगों में पुलिस के लिए पैदा हुए गुस्से का नतीजा है।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]पिता के लौटने की राह देख रही साल की बच्ची [/penci_blockquote]
विवेक तिवारी की सात साल की बच्ची दिव्यांशी का अबोध मन पिता के लौटने की राह तक रहा है। उसको पापा के वादे की आइसक्रीम का भी इंतजार है। उसे यकीन है कि आए दिन काम के सिलसिले में बाहर रहने वाले पापा इस बार भी लौट आएंगे। पिता के कभी न वापस आने के गम से दूर मासूम मन बार-बार बोल रहा, पापा दिल्ली गए हैं…। घर पर जुटी भीड़ देखकर बच्ची प्रश्न भी कर रही पर खिलौनों से उसका मन बहला दिया जा रहा। वहीं सुबह बार-बार लौट आओ पापा…कह रही 12 साल की बड़ी बेटी प्रियांशी शाम तक नि:शब्द हो गई थी। घर पर जमावड़े के बीच एक कमरे में पत्नी कल्पना अपनी सूनी मांग और चेहरे के साथ बदहवास पड़ी थीं। बाकी रिश्तेदारों की निगाहें टीवी पर चल रहीं सुर्खियों पर टिकी रहीं। विवेक की बेटी दिव्यांशी को लेकर चाचा नीरज कमरे में बैठे थे। दिव्यांशी बार-बार उनसे पूछ रही थी कि इतने सारे लोग घर पर क्यों आए हैं? पापा की फोटो टीवी पर क्यों दिखा रहे? पापा कब आएंगे? मुझे उनसे मिलना है।

नश्तर की तरह दिव्यांशी के ये प्रश्न चुभ रहे थे। चाचा नीरज ने चलाने को बच्चों वाली गाड़ी दी तो वह प्रश्नों को भूल गई…। सूरत से पत्नी रेनू तिवारी और बेटे रेयांश के साथ आए विवेक के भाई नीरज ने कहा कि पिता के देहांत के बाद भाई विवेक ही उनकी भूमिका में थे। अब वह परिवार के प्रति अपनी जिम्मेदारी का पूरी तरह निर्वहन करेंगे। वहीं बड़ी बेटी प्रियांशी को हादसे ने उम्र से पहले ही सयाना कर दिया और वह मां के साथ न्याय की गुहार लगाते हुए बोली, पापा को हमसे जिसने दूर किया उसे कड़ी से कड़ी सजा होनी चाहिए। अपने ऊपर टूटे कहर के बीच दोनों बेटियों को संभालती पत्नी कल्पना तिवारी बोलीं, हमदर्दी बहुत मिल रही, इंसाफ मिलना चाहिए। किसी ने गलत किया और अब सब उसे सही करने में लगे हैं। निष्पक्ष जांच हो। ताकि मैं जिस पड़ाव पर आज खड़ी हूं, वह किसी और के साथ नहीं हो। रक्षक भक्षक न बने। किसी का परिवार न उजड़े…। बता दें कि शुक्रवार को लखनऊ में सिपाही ने विवेक की गोली मारकर हत्या कर दी थी।

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