इलाहाबाद प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ पाने के लिए लोग तरह-तरह के फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला बहरिया के दलीपुर गांव में सामने आया है। ग्राम विकास अधिकारी (सचिव) व ग्राम प्रधान ने गांव के ही एक व्यक्ति को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने के लिए आधार कार्ड का नंबर बदल कर दूसरे लाभार्थी के नाम से आवंटित आवास योजना की पहली किश्त के तौर पर 40 हजार रुपये हड़प लिए। मामले में परियोजना निदेशक ने आरोपियों पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है।  (Pradhanantri Awas Yojana)
क्या है पूरा मामला? (Pradhanantri Awas Yojana)
  • बहरिया ग्राम पंचायत के दलीपुर ग्राम पंचायत की प्राथमिकता सूची इस प्रकार है।
  • क्रमांक 4 पर अंकित लाभार्थी नौशाद को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिलना था।
  • सचिव राजीव सिंह और प्रधान मोहम्मद अकरम द्वारा गांव के अन्य व्यक्ति गुड्डू पुत्र लल्लू का आधार कार्ड का नंबर है।इसे बदलकर नौशाद बना दिया व उसके कहने पर प्रधानमंत्री आवास की पहली किस्त 40 हजार रुपये मंगवा ली।
  • ग्रामीणों की शिकायत पर मुख्य विकास अधिकारी सैमुअल पाल एन ने आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट कराने का निर्देश दिया।
  • जांच कराने पर मामला सही पाया गया।
  • परियोजना निदेशक धर्मेद्र प्रताप सिंह ने आरोपी प्रधान मोहम्मद अकरम पर केस कराया।
  • साथ ही सचिव राजीव सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है।
जमीन घोटाले में एडीए के लेखपाल से पूछताछ
  • इलाहाबाद के झूंसी स्थित रेलवे की जमीन घोटाले में इलाहाबाद विकास प्राधिकरण (एडीए) के लेखपाल से लंबी पूछताछ की गई।
  • अब पांच नवंबर को लोक सेवा आयोग की सचिव व पूर्व एडीए सचिव वंदना त्रिपाठी को तलब किया गया है।
  • क्राइम ब्रांच के दफ्तर में दोपहर बाद लेखपाल पेश हुए।
  • उन्होंने जमीन संबंधी फाइल पुलिस अधिकारियों के सामने पेश करते हुए बताया है।
  • रेलवे की जमीन खरीदने के लिए पूर्व सचिव वंदना त्रिपाठी के कार्यकाल में पत्र और रिमांइडर जारी किया गया था।
  • ऐसे में पुलिस अब वंदना से सवाल जवाब करेगी।
  • एसपी क्राइम बृजेश मिश्र ने बताया कि एडीए के लेखपाल से पूछताछ की गई है।
  • घोटाले में साक्ष्य संकलन किया जा रहा है।
  • उसके बाद नामजद आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
  • पुलिस को भू-माफिया के साथ विभागों का गठजोड़ भी पता चला है।
  • कुछ साल पहले झूंसी के कटका में रेलवे की जमीन को गलत ढंग से कुछ बिल्डरों के नाम कर दिया गया था।
  • मामले में दो शख्स पर रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। (Pradhanantri Awas Yojana)
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