प्रयागराज- शवों को दफनाने की परम्परा पर रोक,विद्युत शवदाह गृह के निर्माण के लिए प्रशासन ने दी चार विस्वा जमीन।

श्रृंगवेरपुर घाट पर विद्युत शवदाह गृह के निर्माण के लिए प्रशासन ने चार विस्वा जमीन चिन्हित कर ली गईं हैं।
विद्युत शव दाह गृह के निर्माण के लिए एक प्रस्ताव बनाकर हल्का लेखपाल अनिल कुमार पटेल ने एसडीएम सोरांव अनिल कुमार चतुर्वेदी को सौंपा दिया गया हैं।

श्रृंगवेरपुर घाट पर विद्युत शवदाह गृह बनने से गंगा घाटों पर होने वाले दाह संस्कार से होने वाली गंदगी भी नहीं होगी।
इसके साथ ही समय की भी बचत होगी और लोग कम खर्च में शवों का अंतिम संस्कार कर सकेंगे।

कोरोना काल में अप्रैल और मई महीने में बड़ी संख्या में श्रृंगवेरपुर घाट गंगा नदी के किनारे शवों को दफनाया गए थे।

Shringverpur Ghat bodies
Shringverpur Ghat bodies

प्रशासन शवों के दफनाने की पुरानी परम्परा होने की बात कर रही थीं। दफन शवों पर उठा था विवाद।

मामले के तूल पकड़ने पर प्रशासन को शवों के दफनाने पर पाबंदी भी लगानी पड़ी है।
वहीं एनजीटी की गाइडलाइन के मुताबिक भी गंगा के आस-पास शवों को दफनाया नहीं जा सकता है।

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