राजधानी लखनऊ के इटौंजा का तालाब थाना क्षेत्र में सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एक गांव में हुई दो पक्षों में जमकर मारपीट के दौरान दबंगों ने एक गर्भवती महिला को बुरी तरह पीटकर अधमरा कर दिया। दबंगो की पिटाई से महिला बुरी तरह से चोटिल हो गई। महिला को आनन-फानन में इलाज के लिए निकट के सीएचसी में भर्ती कराया गया। यहां प्रसव के दौरान उसके पेट में पल रहे बच्चे की मौत हो गई। बच्चे की मौत होने के बाद बवाल खड़ा हो गया। इस दौरान परिजनों ने सीएससी और थाने में जमकर बवाल काटा, लेकिन पुलिस ने उनकी एक ना सुनी। इस संबंध में थाना प्रभारी इटौंजा शिवशंकर से जब बात करने की कोशिश की गई तो उसने संपर्क नहीं हो सका। इस घटना में लापरवाहों के बिगड़े बोल देखने को मिले। डॉ. आनंद कुमार चिकित्सा अधिकारी इटौंजा सीएचसी ने अलग तरीके का बयान दिया वहीं थाने की पुलिस बोली कि हमारे पास अभी तक कोई आया ही नहीं। अब बात सही किसकी मानी जाये जो पीड़ित थाने पर हंगामा कर रहे थे या झूठ बोल रहे जिम्मेदारों की।

अगले पेज पर Exclusive Video के साथ पूरी खबर…

 

गर्भवती पर जमकर बरसाए लात घूसे

जानकारी के मुताबिक, इटौंजा थाना क्षेत्र के नवरंगपुर गांव में रामू पुत्र बिंदा प्रसाद अपने परिवार के साथ रहता है। बीती 3 फरवरी को गांव के ही रहने वाले महेंद्र पुत्र राजाराम, कल्लू पुत्र इंद्रपाल, गुड्डू पुत्र गया प्रसाद ने आपसी विवाद के चलते पीड़ित परिवार पर जमकर कहर बरपाया। दबंगों ने रामू की गर्भवती पत्नी सोनी को जमकर लात-घूसे डंडों से पीटा। इतना ही नहीं दबंग कल्लू ने गर्भावस्था में ही पीड़िता के सिर पर ईंट से वार कर दिया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। इस दौरान दबंगों ने उसके पेट, सिर और शरीर के अंगों पर भी लात-घूसे बरसाए। इसके चलते उसके गर्भ में ही बच्चे की हालत गंभीर हो गई। पीड़िता को गंभीर हालत में परिवार वालों ने सीएचसी में भर्ती कराया। यहां इलाज के दौरान उसे प्रसव हो गया और गर्भ से 7 फरवरी को मृत अवस्था में नवजात पैदा हुआ। बच्चे की मौत के बाद सीएचसी और इटौंजा थाने में परिजनों ने शुक्रवार को जमकर हंगामा काटा।

जानलेवा हमले में पुलिस ने दर्ज की एनसीआर

भले ही डीजीपी ने किसी मामले में फौरन केस दर्ज करने के निर्देश से रखे हों लेकिन लापरवाह पुलिस अपनी आदत से बाज नहीं आने वाली। इस मामले में पुलिस ने पहले तो कार्रवाई नहीं की फिर तहरीर लेकर केवल मारपीट की एनसीआर दर्ज कर मामले को निपटा दिया।

पुलिस पर पैसे लेकर आरोपियों को छोड़ने का आरोप

गर्भ में बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने पुलिस पर भी जमकर लापरवाही का आरोप लगाया है। पीड़ित परिवार का कहना है कि पुलिस ने घटना के बाद मुख्य आरोपी महेंद्र पुत्र राजाराम ,गुड्डू पुत्र गयाप्रसाद, कल्लू पुत्र इंद्रपाल को थाने में बैठाया था। आरोप है कि आरोपियों ने अभी हाल ही में लाखों रूपये की जमीन बेची है। इसलिए उन्होंने पुलिस को पैसा दे दिया और पुलिस ने बिना कार्रवाई किये ही उन्हें करीब 2 घंटे के भीतर ही उन्हें छोड़ दिया।

सीएचसी और थाने पर जमकर हंगामा

एक तो गर्भवती के गंभीर चोट लगने के बाद उसकी हालत गंभीर है वहीं उसके पेट में पल रहे बच्चे की मौत के बाद उसे तगड़ा झटका लगा है। घटना के बाद परिजनों ने सीएचसी और इटौंजा थाने में जमकर बवाल काटा। घंटो चले हंगामे के दौरान भी पुलिस के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। फ़िलहाल पीड़ितों ने आरोपियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है।

[foogallery id=”180496″]

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें