किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी हमेशा से ही विवादों में रहती है। कभी जूनियर डॉक्टर्स की लापरवाही के कारण, कभी आग की वजह से तो कभी हंगामे की वजह से। इसी कड़ी में इस समय केजीएमयू के एक डॉक्टर के प्राइवेट प्रैक्टिस का मामला जोर पकड़ चुका है। बीते दिनों एक व्यक्ति द्वारा केजीएमयू के डॉक्टर पर प्राइवेट प्रैक्टिस का आरोप लगाया गया था जिसकी ऑनलाइन लिखित  शिकायत मुख्यमंत्री से हुई थी। जिसके बाद अब इसकी जांच केजीएमयू की तीन सदस्यीय कमेटी को सौंपी गयी है।

ये भी पढ़ें :नई डिजिटल तकनीक से सीधे होंगे टेढ़े-मेढ़े दांत!

 प्राइवेट प्रैक्टिस का लगा था आरोप

  • बीते दिनों केजीएमयू के एक डॉक्टर पर प्राइवेट प्रैक्टिस करने का आरोप लगा है।
  • आपको बता दें कि ये आरोप सुशील अवस्थी द्वारा लगाया गया है।
  • उन्होंने केजीएमयू के डॉक्टर एचएस पाहवा के खिलाफ प्राइवेट प्रैक्टिस का आरोप लगाया था।
  • जिसकी शिकायत उन्होंने ऑनलाइन की थी।
  • जिसकी ऑनलाइन शिकायत कंप्यूटर संख्या -40015717001816 है।
  • इस मामले में मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जांच कर आख्या समन्वित शिकायत निवारण प्रणाली-जनसुनवाई (आईजीआरएस)  को उपलब्ध करने का आदेश हुआ।
  • मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस मामले में केजीएमयू से जांच कराने के निर्देश दिए हैं
  • केजीएमयू ने भी डॉ.एचएस पाहवा के खिलाफ जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया।
  • आपको बता दें कि बिना अनुमति किसी भी सरकारी चिकित्सक को प्राइवेट प्रैक्टिस का आदेश नहीं है।
  • यही वजह है कि ऐसा करने वालों के खिलाफ सरकार सख्त कदम उठा सकती है।

ये भी पढ़ें :महिला अस्पतालों में कब दूर होगी एनेस्थिसिस्ट की कमी?

ये भी पढ़ें :वीडियो: पासपोर्ट कर्मचारियों की देशव्यापी हड़ताल!

 

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें