लम्बे इंतज़ार के बाद देश के सबसे लम्बे एक्सप्रेस-वे “पूर्वांचल एक्सप्रेस” वे का टेंडर फाइनल हो गया है। इसमें सात कंपनीज को आठ पैकेज में काम दिया गया है। 

एक्सप्रेस-वे का टेंडर हुआ फाइनल: 

इन कम्पनियों में एनसीसी, एपीसीओ, एल एंड टी के साथ पीएनसी, गायत्री प्रोजेक्ट्स, एफकॉम और रिलायंस इंफ़्रा का नाम हैं. इन सातों कम्पनियों को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का ठेका दिया गया हैं.

यूपीडा ने ये टेंडर आज रिलीज किये हैं. गौरतलब है कि बीते गुरुवार को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की फाइनेंशल बिड खोल दी गई थी। इसके आठों पैकेज पर काम करने वाले बिल्डरों का चयन लोएस्ट बिडर के तौर पर कर लिया गया था।

विभाग से मिली जानकारी के मुतबाकि पहले पैकेज के लिए मेसर्स एनसीसी लिमिटेड और दूसरे पैकेज के लिए मेसर्स एपको इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड बिडर रहे।

बता दें कि लखनऊ से बलिया तक का यह एक्सप्रेस-वे 350 किमी लंबा होगा.  इस लिहाज से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे होगा। ये एक्सप्रेसवे लखनऊ के चंदसराय से आरंभ होकर जिला गाजीपुर के हैदरिया तक जाएगा।

इस एक्सप्रेस-वे से सरकार पूर्वांचल राज्यों को मध्य उत्तर प्रदेश से जोड़ने की तैयारी में हैं. जो इस प्रोजेक्ट के साथ आसान हो जायेगा.

इसे वाराणसी से अलग लिंक रोड के माध्यम से भी जोड़ा जाएगा।

इस योजना में 9 जिले लखनऊ, सुल्तानपुर, फैजाबाद, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, बाराबंकी, अमेठी, मऊ और गाज़ीपुर शामिल होंगे।

सरकार लेगी ऋण:

यूपी सरकार अब पूर्वांचल एक्सप्रेस वे अपने बूते बनाने के मूड में नज़र आ रही है। वह एक्सप्रेस वे के निर्माण के लिए करीब 5000 करोड़ रुपये बैंकों से बतौर कर्ज लेने की तैयारी में है।

खबर है कि स्टेट बैंक आफ इंडिया, यूनियन बैंक ,केनरा बैंक समेत दर्जन भर बैंकों ने प्रदेश सरकार को कर्ज का आफर दिया है। इसकी ब्याज दर करीब 8.15 प्रतिशत है। सरकार की कोशिश बैंकों के कंसोर्टियम बना कर कर्ज लेने की है। कोशिश यह भी है कि ब्याज दर और कम कराई जाए।

पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के लिए यूपीडा ने हुडको से पहले ही 1129 करोड़ का कर्ज लिया है। यूपीडा के सीईओ अवनीश अवस्थी इस एक्सप्रेस का काम जल्द शुरू कराने के लिए प्रक्रिया तेज कर दी है।

भाजपा सरकार ने पहले एक्सप्रेस वे का निर्माण के लिए एनएचआई को प्रस्ताव भेजा लेकिन वहां से बात बनती नहीं दिख रही है। हालांकि यूपी को अब भी केंद्र से मदद की जरूरत है।

लेकिन प्रदेश सरकार ने अपनी तरफ से निर्माण शुरू कराने का निर्णय लिया है। इसी एक्सप्रेस वे को लिंक रोड के जरिए वाराणसी, गोरखपुर व अयोध्या फैजाबाद से जोड़ा जाएगा।

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