उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में हुआ रेल हादसे ने कईयों की जाने ली तो कई लोगों को गंभीर दर्द दे दिया लेकिन उन सब के दर्द से इतर ये हादसा किसी को जिंदगी भर का दर्द दे गया है. और इस हादसे में अपना सब कुछ खोने वाली उस मासूम सी जान को पता भी नहीं कि जिसे इस दुनिया में आये अभी एक बसंत भी नहीं बिता उसका तो सब उजड़ चुका है.

न्यू फरक्का एक्सप्रेस के इंजन सहित 6 डिब्बे डीरेल

हम बात कर रहे हैं एक 6 माह की मासूम बच्ची की, जो आज रायबरेली जिले के फरक्का एक्सप्रेस में अपने परिवार के साथ सफर कर रही थी.

6 महीने की इस नन्हीं सी जान के पिता तो पहले ही उसे और उसके परिवार को छोड़ इस दुनिया से अलविदा कह चुके थे, पर शायद ही इस परिवार को उम्मीद होगी कि इस हादसे में वो उनका पूरा परिवार ही अनाथ हो जायेगा.

माँ, भाई और जुड़वाँ बहन की मौत:

बच्ची का नाम सीता है. 6 महीने की इस दुधमुंही बच्ची की माँ की आज रेल हादसे के दौरान मौत हो गयी. पिता का साया तो 2 महीने पहले ही बिमारी के चलते परिवार से उठ चुका था. माँ के जाने के बाद परिवार और मासूम बच्चे अनाथ हो गये हैं.

बता दें कि इस हादसे में बच्ची की माँ के साथ उसकी जुड़वाँ बहन और एक भाई की भी मौत हो गयी है. वहीं बच्ची सहित उसके दो और बड़े भाई जिनका नाम राकेश और रवि है, जिला अस्पताल में इलाज के लिये ले जाए गये हैं.

कैसे हुआ था हादसा:

उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिला में हरचंदपुर रेलवे स्टेशन के निकट उस समय यात्रियों में दहशत मच गई जब 14003 न्यू फरक्का एक्सप्रेस के छह डिब्बे इंजन सहित अचानक पटरी से उतर गए।

सूचना पर उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल में हड़कंप मच गया। इस दौरान इस रूट की सभी ट्रेने रोक ली गई, इससे रेलमार्ग बाधित हो गया। आनन-फानन में एक्सिडेंट रिलीफ ट्रेन को मौके पर रवाना किया गया।

चश्मदीद ने बताई रायबरेली ट्रेन हादसे की आंखों देखी कहानी:

रेलवे अधिकारी भी मौके पर पहुंचे उन्होंने भी राहत एवं बचाव कार्य का जायजा लिया। स्थानीय लोगों व स्टेशन के कर्मचारियों द्वारा रेस्क्यू का कार्य जारी था।

डीजीपी ओपी सिंह ने घटना का संज्ञान लेते हुए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, जीआरपी, को तत्काल मदद ने निर्देश दिए।

इधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रेल हादसे का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, स्वास्थ्य अधिकारियों और NDRF को हरसभंव मदद पहुंचाने का निर्देश दिया है।

स्थानीय पुलिस और ऐम्बुलेंस मौके पर राहत एवं बचाव कार्य कर रहे थे। पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है, जबकि घायलों का इलाज सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में चल रहा है।

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