कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गाँधी कल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गढ़ गोरखपुर पहुंचेंगे. जहाँ वो  BRD मेडिकल कॉलेज का दौरा करेंगे. गौरतलब हो कि BRD मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार 11 अगस्त को ऑक्सीजन सप्लाई खत्म हो जाने के कारण तकरीबन 60 से अधिक लोगों की मौत हो गयी थी, ऐसे में राहुल गाँधी अपने इस दौरे में पीड़ितों के परिजनों से भी मुलाकात करेंगे.

ये भी पढ़ें :बलरामपुर में जारी बाढ़ का कहर, 7 लोगों की हो चुकी है मौत

BRD मेडिकल कॉलेज मामले में सरकार से पूछे गए थे ये सवाल-

  • गोरखपुर में 50 से अधिक बच्चों की मौत का जिम्मेदार कौन है? यह चर्चा का विषय है.
  • मेडिकल कॉलेज में लिक्विड ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं हो रही है, इस बात की जानकारी सभी अधिकारियों को थी.

ये भी पढ़ें :हमीरपुर अवैध खनन: मौरंग माफियाओं के बयान दर्ज करेगी CBI

  • इसके बावजूद अधिकारियों में कोई एक्शन क्यों नहीं लिया? उन्होंने मामले में चुप्पी क्यों साधी?
  • सीएम योगी के दौरे के ठीक पहले प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा अनीता जैन भटनागर ने BRD का दौरा किया था.
  • उन्होंने इस बाबत अधिकारियों से मामले की जानकारी क्यों नहीं ली?

ऑक्सीजन सप्लाई बाधित नहीं हुई तो गोरखपुर डीएम क्यों परेशान हैं?(BRD medical college):

  • ऑक्सीजन सिलेंडर डीलर मनीष के मुताबिक, सुबह से दो बार डीएम साहब से बात हुई है,
  • उन्होंने पेमेंट होने का आश्वासन देकर सप्लाई जल्द शुरू करने की बात कही है.
  • गोरखपुर प्रशासन ने ही शासन को इस बात की जानकारी दी होगी कि, मामला ऑक्सीजन की कमी से नहीं बिगड़ा है.

ये भी पढ़ें :सर्टिफिकेट पाकर खिले किसानों ने बताई मन की बात…

  • ऐसे में गोरखपुर डीएम के खिलाफ भी क्या सस्पेंड या तबादले का एक्शन लिया जायेगा?
  • और यदि वास्तव में ऑक्सीजन की कमी नहीं थी तो गोरखपुर डीएम की परेशानी का कारण क्या है?

ऑक्सीजन सिलेंडर का पैसा क्यों रोका गया?(BRD medical college):

  • BRD मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन सप्लाई करने वाले के पास 7 साल का टेंडर है.
  • पिछले 3 सालों में एक बार भी पेमेंट की समस्या नहीं हुई.
  • इसके बावजूद पिछले छह महीने से ऑक्सीजन सप्लाई करने वाले का पेमेंट रुका हुआ है.
  • जिसके बाद सवाल ये उठता है कि, ऑक्सीजन सिलेंडर का पेमेंट किसके इशारे पर छह महीने तक रोका गया.

ये भी पढ़ें :तिरंगा अंधेरे में रखने पर दर्ज हुआ ओम रेजीडेंसी के खिलाफ मुकदमा

  • डीलर के मुताबिक, पिछले छह महीने का करीब 83 लाख रुपये बकाया था.
  • सप्लाई कम होने पर डीएम के कहने पर कुल 22 लाख का पेमेंट किया गया था.
  • इतना ही डीलर के मुताबिक, पेमेंट के लिए अधिकारियों को करीब 100 पत्र लिखे गए हैं.

सिर्फ 7 मौतों के लिए मजिस्ट्रेट जांच के आदेश क्यों?(BRD medical college):

  • हादसे के बाद सरकार की ओर से बयान जारी किया गया था, जिसमें 7 लोगों की मौत की बात कही गयी थी.
  • इसके साथ ही सरकार ने मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश भी दिए हैं.

ये भी पढ़ें :शहीद वीर अब्दुल हमीद की उपेक्षा पर सुल्तानपुर में आक्रोश

  • जिसके बाद ये सवाल उठता है कि, अगर 7 मौते ही हुई हैं तो सरकार ने मजिस्ट्रेट के जांच के आदेश क्यों दिए?
  • इतना ही नहीं सरकार को ये भी कहना पड़ा कि, गोरखपुर डीएम मौके पर हैं और स्थिति नियंत्रण में है.

ब्लैक लिस्टेड कंपनी को ऑर्डर क्यों?(BRD medical college):

  • BRD मेडिकल कॉलेज ने जिस कंपनी को सप्लाई का आर्डर दिया वो मेडिकल कॉलेज से 300 किमी की दूरी पर स्थित है.
  • इतना ही नहीं सबसे शानदार बात ये है कि, सूत्रों के अनुसार कंपनी ब्लैक लिस्टेड है.

ये भी पढ़ें :कर्जमाफी पर सिर्फ होती थी राजनीति, भाजपा ने पूरा किया वादा 

  • जबकि 45 किमी दूर गीडा में ऑक्सीजन सिलेंडर की मोदी फर्म मौजूद है.
  • ऐसे में सवाल उठता है कि, एक ब्लैक लिस्टेड कंपनी को सप्लाई का आर्डर क्यों और किसके कहने पर दिया गया?

अफसरों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से छिपाई सही रिपोर्ट(BRD medical college):

  • बीते बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने गोरखपुर दौरे पर थे.
  • जिस दौरान सीएम योगी ने BRD मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया था.
  • सिर्फ निरीक्षण ही नहीं सीएम योगी ने मेडिकल कॉलेज के अफसरों के साथ 2 घंटे मीटिंग भी की थी.

ये भी पढ़ें :किसानों को कर्जमाफी का सर्टिफिकेट देने पहुंचे राजनाथ का ‘अपमान’  

  • उसके बावजूद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मेडिकल कॉलेज की सही स्थिति से अंजान रखा गया.
  • जबकि मामले की जानकारी प्रिंसिपल सेक्रेटरी चिकित्सा शिक्षा और डीएम, सीएमओ, कॉलेज के प्रिंसिपल,
  • सभी को थी, उसके बावजूद मुख्यमंत्री योगी को सब ठीक है के सब्जबाग क्यों दिखाए गए.

ये भी पढ़ें :अखिलेश के छूटने के बाद राजेन्द्र चौधरी ने दिया ये बयान!

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें