बिहार के मुजफ्फरपुर की तरह देवरिया जिला मुख्‍यालय स्थित बालिका गृह से सेक्स रैकेट संचालित होने का मामला प्रकाश में आने के बाद शासन गंभीर हो गया है। देवरिया बालिका गृह कांड के बाद पूरे प्रदेश के बाल संरक्षण गृहों में ताबड़तोड़ छापेमारी हो रही है. इसी तर्ज़ पर शाहजहाँपुर के भी एक बाल संरक्षण गृह में छापा मारा गया.

22 बालिकाएं थी मौजूद बालिका गृह में:

थाना रोज़ा के हथौड़ा गांव में एक बालिका गृह है. यहाँ पर आज पुलिस टीम ने छपा मारा. यहाँ 22 बालिकाएं मौजूद थीं. मगर यहाँ सुरक्षा के इंतजाम नाकाफी मिले, जो चिंता का विषय है.

क्या है पूरा मामला?

मालूम हो कि मां विंध्यवासिनी महिला प्रशिक्षण एवं समाज सेवा संस्थान द्वारा संचालित बाल गृह बालिका, बाल गृह शिशु, विशेषज्ञ दत्तक ग्रहण अभिकरण एवं स्वाधार गृह देवरिया की मान्यता को शासन ने स्थगित किया हुआ है। इसके बाद भी संस्था में बालिकाएं, शिशु व महिलाओं को रखा जा रहा था।

रविवार को बालिका गृह से बेतिया बिहार की रहने वाली एक बालिका प्रताड़ना के चलते भाग निकली और पूरे प्रकरण का खुलासा हो गया। इससे पुलिस प्रशासन गंभीर हो गया है और लगातार इस रैकेट से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में अपनी जाल बिछाए हुए है।

कम मिले थे बच्चे:

जिला प्रोवेशन अधिकारी का कहना है कि उनके पास महिला व बच्चों को मिलाकर कुल 42 होना चाहिए। रात को मुक्त कराते समय 24 बच्चों को अपने कब्जे में लिया गया। लेकिन देर रात जांच में एक बच्चा उसमें काम करने वाली एक महिला का निकल गया, जिसके चलते उसे वापस कर दिया गया। अभी तक कुल तीन लड़के व 20 महिलाएं मुक्त कराई गई है। अभी भी 19 महिलाओं व बच्चों का पता नहीं चल पाया है। साथ ही संबंधित संस्था के लोग भी कोई डाटा नहीं दे पा रहे हैं।

देवरिया बालिका गृह कांड: मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को फोन कर 10 मिनट की बात

 

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