राजधानी लखनऊ के इटौंजा नगर पंचायत इटौंजा से कुम्हरावां तक के दर्जनभर गांव पर अवर अभियंता ने छापा मारा। ग्राम पंचायत मुस्पिपरी, ग्राम पंचायत गोधना, ग्राम पंचायत टिकरी नगर, पंचायत महोना, ग्राम पंचायत परसिया दर्जनभर ग्राम पंचायतों में छापा मारकर दर्जनभर लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। विद्युतकर्मियों को देखकर ग्रामीण घरों के दरवाजे बंद कर खेतों में भाग गए। इटौंजा कस्बे में निरीक्षण के दौरान नगर पंचायत इटौंजा क्षेत्र में निरीक्षण की सूचना मिलते ही ग्राम पंचायतों में भगदड़ सी मच गई। कुछ लोगों ने अपने घर का दरवाजा बंद कर कहा साहब यह तो हमारा घर ही नहीं है।

भारतीय विद्युत अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज

निरीक्षण के दौरान विद्युत चोरी पाई गई। वीरेंद्र सिंह पुत्र सत्रोहन सिंह गुलालपुर, बुद्धिमान सिंह पुत्र रामेश्वर सिंह ग्राम टिकारी, सफीर पुत्र नत्था जोतपुर, बलराम पुत्र विश्राम ग्राम टिकरी, नंदकिशोर पुत्र भगवती टिकरी, रामनारायण पुत्र छेदन ग्राम रमपुरवा, बिंदा प्रसाद पुत्र राम रतन ग्राम टिकरी, लालता प्रसाद पुत्र मुरलीधर ग्राम परसिया, जमाल पुत्र अब्दुल रहमान ग्राम गोधना, मधुरानी पत्नी प्रमोद कुमार ग्राम मूसपिपरी इन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

स्थानीय बिजली कर्मियों मिलीभगत उजागर

कुछ दुकानदार कहने लगे साहब हम तो हर हफ्ते पैसा देते हैं। विद्युतकर्मी हर हफ्ते 200 सो रुपए हर दुकानदारों से वसूलते हैं। यह बात किसी से छिपी नहीं है कि बिजली चोरी में खुद बिजली विभाग के कर्मचारियों का सबसे बड़ा हाथ होता है। लेसा की इस छापेमारी में बिजली विभाग के स्थानीय कर्मियों की पोल खुल गई कि उनके इशारे पर किस प्रकार बिजली चोरी हो रही थी। टीम की छापेमारी उनके केबिल काटकर जब्त किए गए। अवर अभियंता सुजीत कुमार तिवारी साथ में लाइनमैन अजय कुमार, लाल बहादुर, अनिल कुमार मिश्रा अन्य विद्युत कर्मचारी मौजूद रहे। फिलहाल इस छापेमारी से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है।

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